दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की। 70 विधानसभा सीटों में से आप को 62 और भाजपा को सिर्फ आठ सीटें मिलीं। इस बीच एक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भाजपा को जिन सीटों पर हार मिली है उनमें से 8 सीटों पर तो 100 से कम वोटों का अंतर है। मैसेज में दावा किया गया है कि भाजपा को कुल 36 सीटों पर 2 हजार से कम वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। मैसेज में आगे यह भी कहा गया कि दिल्ली में सिर्फ 3 प्रतिशत और वोटिंग हो जाती तो भाजपा जीत जाती और उसे कुल 44 सीटें मिल जातीं।
क्या है वायरल-
ट्विटर यूजर बिस्वजीत रॉय का ये ट्वीट लगभग 1700 बार रीट्वीट किया गया है और 4500 से अधिक यूजर्स ने इसे लाइक भी किया है।
ये पोस्ट फेसबुक पर भी काफी शेयर किया जा रहा है।
क्या है सच-
इस पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने
भारतीय चुनाव आयोग की वेबसाइट से दिल्ली चुनाव के रिजल्ट को चेक किया, तो पाया कि सिर्फ 3 सीटों पर ही भाजपा को 2 हजार से कम वोटों के अंतर से हार मिली है।
बिजवासन से आप प्रत्याशी भूपिंदर सिंह जून ने भाजपा के सत प्रकाश राणा को सबसे कम 753 वोटों से हराया।
लक्ष्मी नगर से आप प्रत्याशी अभय वर्मा ने भाजपा के नितिन त्यागी को 880 वोटों से हराया।
आदर्श नगर से आम आदमी पार्टी के पवन शर्मा ने बीजेपी के राज राज कुमार भाटिया को 1589 वोटों से हराया।
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 13 सीटों पर भाजपा की हार का अंतर 5000 वोटों से कम है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि दिल्ली चुनाव में भाजपा को 8 सीटों पर 100 से कम वोटों से हार मिलने का दावा गलत है।