हाल ही में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक यात्री बस में हुए विस्फोट के चलते नौ चीनी इंजीनियरों समेत 13 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद से ही दो तस्वीरें जमकर वायरल हो रही हैं। इन्हें शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बस हमले के बाद चीनी वर्कर्स चाइना पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (CPEC) के साइट पर अब एके-47 लेकर काम कर रहे हैं। कई भारतीय मीडिया संस्थानों ने भी इन तस्वीरें के साथ यह खबर पब्लिश की है। हालांकि, वायरल हो रही तस्वीरों का सच कुछ और ही है। आइए जानते हैं इसकी सच्चाई...
उससे पहले, देखें कुछ पोस्ट-
क्या है सच्चाई-पड़ताल के दौरान हमें
बीबीसी उर्दू की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल तस्वीरों का फैक्ट चेक किया गया था। बीबीसी उर्दू ने अपने फैक्ट चेक में वायरल तस्वीरों के साथ किया जा रहे दावे को फर्जी बताया।
दरअसल, एके47 पकड़े ब्लैक टी-शर्ट और ब्लैक शॉर्ट्स पहने शख्स की तस्वीर एक
चाइनीज ब्लॉग में मई 2020 को अपलोड की गई थी। इस ब्लॉग का शीर्षक था- 'देश के बाहर एक साल बिताने के बाद'। इस ब्लॉग के मुताबिक, वायरल तस्वीर अफ्रीका में खिंची गई थी।
वहीं, एके47 को कंधे पर टांगे जैकट पहने शख्स की तस्वीर साल 2018 में एक
चीनी वेबसाइट में पब्लिश हुई थी। वेबसाइट के मुताबिक, इस शख्स का नाम Yin Gong है और इसमें उनका एक इंटरव्यू पब्लिश किया गया था। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि यह तस्वीर 2006 में पाकिस्तान में कंस्ट्रक्शन सर्वे के दौरान खिंची गई थी।