Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Happy Chocolate day : 9 फरवरी को मनेगा हैप्पी चॉकलेट डे, जानें क्या कहता है इतिहास

Happy Chocolate day : 9 फरवरी को मनेगा हैप्पी चॉकलेट डे, जानें क्या कहता है इतिहास
Happy Chocolate Day 2020
हर साल 9 फरवरी को हम चॉकलेट डे के रूप में मनाते हैं, जो वेलेंटाइन वीक का एक खास दिन है, इस दिन खासतौर पर प्यार करने वाले एक-दूसरे को चॉकलेट भेंट कर अपने दिल की बात कहते हैं। यह वेलेंटाइन वीक का तीसरा और रिश्तों में मिठास घोलने का दिन है। एक स्वीट डिश के रूप में तो चॉकलेट मशहूर है ही लेकिन जब बात आती है इजहार-ए-मोहब्बत की तब चॉकलेट की महत्ता और बढ़ जाती है। प्यार के इजहार के साथ-साथ कई अनेक मर्जों की दवा है चॉकलेट।
 
प्‍यार का इजहार करना हो तो फूलों के साथ चॉकलेट, रूठी गर्लफ्रेंड को मनाना हो तो चॉकलेट, रोते बच्‍चे को हंसाना हो तो चॉकलेट, अपनों मे बीच खुशियां बांटना हो तो चॉकलेट, खाने के बाद कुछ मीठा खाना हो तो चॉकलेट...देखा कितने काम की चीज है यह चॉकलेट। तभी तो एक पूरा दिन ही चॉकलेट के नाम कर दिया गया। लेकि‍न सोचि‍ए अगर हमें तीखी चॉकलेट खि‍लाई जाती तो? अगर कोई पूछता कि‍ क्‍या आप चॉकलेट पीना पसंद करेंगे? तब क्‍या होता...प्‍यार का इजहार शायद फि‍र कुछ तीखा हो गया होता। बहुतों को शायद चॉकलेट पसंद ही नहीं होती। 
 
चॉकलेट शायद इसीलि‍ए इतनी हि‍ट है क्‍योंकि वो स्‍वीट है, लेकिन आज चॉकलेट के जिस मीठे रूप को हम जानते हैं, शुरू में चॉकलेट ऐसी नहीं थी। आइए जानते हैं चॉकलेट के इतिहास के बारे में :
 
चॉकलेट का इति‍हास :- 'चॉकलेट' इस शब्‍द के बारे में बहुत से तथ्‍य हैं। कुछ के अनुसार यह शब्‍द मूलत: स्‍पैनि‍श भाषा का शब्‍द है। ज्‍यादातर तथ्‍य बताते हैं कि चॉकलेट शब्‍द माया और एजटेक सभ्‍यताओं की पैदाइश है जो मध्‍य अमेरि‍का से संबंध रखती हैं। एजटेक की भाषा नेहुटल में चॉकलेट शब्‍द का अर्थ होता है खट्टा या कड़वा।
 
चॉकलेट की प्रमुख सामग्री केको या कोको के पेड़ की खोज 2000 वर्ष पूर्व अमेरि‍का के वर्षा वनों में की गई थी। इस पेड़ की फलि‍यों में जो बीज होते हैं उनसे चॉकलेट बनाई जाती है। सबसे पहले चॉकलेट बनाने वाले लोग मैक्‍सि‍को और मध्‍य अमेरि‍का के थे और यह चॉकलेट खाने की नहीं बल्कि पीने की चीज हुआ करती थी।
 
1528 में स्‍पेन ने जब मैक्‍सि‍को पर कब्‍जा कि‍या तो वहां का राजा भारी मात्रा में कोको के बीजों और चॉकलेट बनाने के यंत्रों को अपने साथ स्‍पेन ले गया। जल्‍दी ही स्‍पेन में चॉकलेट रईसों का फैशनेबल ड्रिंक बन गया।
 
इटली के एक यात्री फ्रेंसि‍स्‍को कारलेटी ने सबसे पहले चॉकलेट पर स्‍पेन के एकाधि‍कार को खत्‍म कि‍या। उसने मध्‍य अमेरि‍का के इंडि‍यंस को चॉकलेट बनाते देखा और अपने देश इटली में भी चॉकलेट का प्रचार प्रसार कि‍या। 1606 तक इटली में भी चॉकलेट प्रसि‍द्ध हो गई और आज चॉकलेट हर किसी की पसंद के रूप में उभरकर सामने आई है। तो फिर क्यों न इस चॉकलेट डे पर चॉकलेट गिफ्ट करके अपने प्यार में गहराई और मिठास घोल दी जाए। 
 
सब को हैप्पी चॉकलेट डे...

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

Motivational Story | बिच्छू का स्वभाव