लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एपल कंपनी के अधिकारी विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना से मुलाकात की और उन्हें सरकार की ओर से यथासंभव मदद का भरोसा दिया। तिवारी की शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के पाश इलाके गोमतीनगर में पुलिस के सिपाही ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
आज सुबह कल्पना, उनकी दो पुत्रियां एवं भाई मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच विक्रमादित्य मार्ग पहुंचे। उनके साथ उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा भी थे। मुख्यमंत्री ने घटना को दुःखद बताते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
उन्होंने कहा कि इस जघन्य कृत्य के दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में गृह विभाग तथा प्रदेश पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है, जिसकी रिपोर्ट जल्द ही देने को कहा गया है। योगी ने परिवार के सदस्यों को हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि वे राज्य सरकार के प्रयासों में पूरा भरोसा रखें।
मुख्यमंत्री ने कल्पना तिवारी को 25 लाख रुपए की फौरी मदद के अलावा दोनों पुत्रियों को 5-5 लाख रुपए का फिक्सड डिपाजिट (एफडी) और विवेक की मां को पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद उपलब्ध कराने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्पना तिवारी को लखनऊ नगर निगम में नौकरी दी जाएगी, जबकि परिवार की आवास सम्बन्धी समस्या का समुचित समाधान कराया जाएगा। योगी से करीब आधा घंटे की मुलाकात के बाद कल्पना ने बताया, मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर खेद जताया और सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।उन्होंने हमारी बात को सुना।
कल्पना ने बताया, मैंने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। मुख्यमंत्री से नौकरी, एक करोड़ रुपए का मुआवजा और परिवार को सुरक्षा समेत अन्य मांगें रखीं। मेरी सभी मांगों पर मुख्यमंत्री ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है। मुझे और मेरे परिवार को सरकार एवं मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा है।
गौरतलब है कि विवेक तिवारी की हत्या को लेकर पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है, जिसकी अगुवाई लखनऊ के पुलिस महानिरीक्षक कर रहे हैं। इस टीम में पुलिस अधीक्षक (अपराध) एवं पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सदस्य शामिल हैं। एसआईटी को जल्द ही मामले की रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
रविवार को उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य ने दिवंगत अधिकारी के घर जाकर पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया था और सरकार की ओर से मदद का आश्वासन दिया था। अधिकारी के अंतिम संस्कार के समय सरकार के कबीना मंत्री आशुतोष टंडन और बृजेश पाठक मौजूद थे। (वार्ता)
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