वाराणसी। वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित शृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे का काम शुक्रवार से शुरू हुआ। जैसे ही सर्वे के लिए 15 सदस्यीय टीम ज्ञानवापी मस्जिद पहुंची, मुस्लिम पक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर स्थित शृंगार गौरी व अन्य देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे के लिए अजय कुमार मिश्र एडवोकेट को सर्वे कमिश्नर नियुक्त कर 10 मई को रिपोर्ट मांगी है।
वर्ष 2019 में दीवानी न्यायाधीश की अदालत में विजय शंकर रस्तोगी ने स्वयम्भू भगवान विश्वेश्वर काशी विश्वनाथ की ओर से वाद मित्र के रूप में आवेदन दिया था कि ज्ञानवापी मस्जिद, विश्वेश्वर मंदिर का एक अंश है। उन्होंने कहा कि अदालत ने उनके अनुरोध पर विचार करते हुए परिसर में पुरातात्विक सर्वेक्षण के आदेश दिया है।
इस सर्वेक्षण में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षेण (ASI) के 5 विख्यात पुरातत्ववेत्ताओं को शामिल करने का आदेश दिया गया है जिसमें दो अल्पसंख्यक समुदाय के पुरातत्ववेत्ता शामिल रहेंगे।