Sambhal news in hindi : उत्तर प्रदेश के संभल में लगातार हो रही बारिश की वजह से बुधवार रात करीब 1000 वर्ष पुराना ऐतिहासिक चक्की का पाट भड़भड़ाकर गिर गया। आल्हा उदल द्वारा स्थापित किए गए इस चक्की का पाट को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। यह चक्की का पाट पुरातत्व विभाग की निगरानी में था।
बहरहाल संभल नगर पालिका ने चक्की के पाट को संवारने के लिए लखनऊ की टीम बुलाई है। शुक्रवार को यह टीम संभल पहुंचेगी और चक्की के पाट को पुराने स्वरूप में लाने के लिए अपनी योजना तैयार करेगी।
बताया जा रहा है कि कई वर्ष से जर्जर दीवार पर लगे इस चक्की के पाट के गिरने का मुख्य कारण विभाग की अनदेखी रही है। लोग लंबे समय से दीवार की मरम्मत और पाट के संरक्षण की मांग कर रहे थे। दो महीने पहले मेरठ से आई टीम ने सर्वे किया था लेकिन इसके संरक्षण के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।
संभल को राजा पृथ्वीराज चौहान की राजधानी माना जाता है। राजा पृथ्वीराज चौहान और कन्नौज नरेश जयचंद के किस्से से जुड़ा इसका किस्सा है। चौहान ने जयचंद की बेटी संयोगिता को एक इमारत में कैद कर लिया था। इस पर जयचंद की सेना के योद्धा आल्हा, ऊदल और मलखान सिंह अपना वेष बदलकर नट की वेषभूषा में संयोगिता का पता लगाने संभल आए थे। इस दौरान यहां स्थित किले में एक खिड़की थी।
नट की वेषभूषा वाले आल्हा ने खिड़की से झांकने के लिए पहले वहां एक छलांग लगाकर कील ठोंकी और फिर वहां चक्की का पाट टांगा। उस समय इसकी ऊंचाई 60 फीट होने का जिक्र किया गया है। इस पाट की मदद से उन्होंने यह पता लगा लिया था कि संयोगिता किस कमरे में है। तब से ही यह पाटी टंगा हुआ है।
Edited by : Nrapendra Gupta