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UP Board 12th ResultS : उत्तरप्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के 5 रीजनल सेंटर का ओवरऑल रिजल्ट

UP Board 12th ResultS : उत्तरप्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के 5 रीजनल सेंटर का ओवरऑल रिजल्ट

हिमा अग्रवाल

, मंगलवार, 25 अप्रैल 2023 (23:53 IST)
UP Board 12th ResultS: उत्तरप्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् ने मंगलवार को 2023 यूपी बोर्ड का परीक्षा परिणाम अप्रैल माह में घोषित करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यूपी बोर्ड ने  सत्र 2023 के 10वीं और 12वीं का 75 जिलों का परीक्षा परिणाम जारी किया है। ये 75 जिले यूपी के 5 क्षेत्रीय कार्यालय आगरा, बरेली, गोरखपुर, वाराणसी और मेरठ हैं।
 
अगर बात करें कि इन 5 क्षेत्रीय कार्यालय में सबसे अव्वल रिजल्ट किस क्षेत्रीय कार्यालय का है? तो वह मेरठ है। मेरठ क्षेत्रीय रिजल्ट में पूरे यूपी में हाईस्कूल में प्रथम स्थान और इंटरमीडिएट में प्रदेश ने दूसरा स्थान पाया है। मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय में यूपी के 17 जनपद मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, शामली आदि आते है, जो 4 मंडल से जुड़े हैं।
 
उत्तरप्रदेश मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय सचिव ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि पूरे प्रदेश से 10वीं की परीक्षा 5 लाख 47 हजार 938 छात्र-छात्राओं ने दी थी और सफलता 4 लाख 97 हजार 410 स्टूडेंट्स पा सके हैं। कुल परीक्षा परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है जिसमें मेरठ परिक्षेत्र का हाईस्कूल परीक्षा परिणाम 91.11 रहा है जिसके चलते मेरठ, उत्तरप्रदेश में पहले नंबर पर है।
 
वहीं उत्तरप्रदेश में इंटरमीडिएट परीक्षा में 4 लाख 82 हजार 595 स्टूडेंट्स सम्मलित हुए और पूरे प्रदेश में 3 लाख 73 हजार 603 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए जिनका कुल प्रतिशत 75.72 रहा है जिसमें मेरठ रीजन के 77 प्रतिशत छात्रों को सफलता मिली है और वह यूपी में दूसरे नंबर पर है।
 
पूरे उत्तरप्रदेश के हाईस्कूल परिणाम का क्षेत्रीय कार्यालयवार तुलनात्मक अध्ययन करें तो मेरठ 91.11, बरेली  88.8, गोरखपुर 90.87, प्रयागराज  89.95, वाराणसी 88.34 प्रतिशत रहा है। इंटरमीडिएट में प्रयागराज 77.03,
गोरखपुर  73.43, वाराणसी 72.81, बरेली 78.63 और मेरठ 77.06 प्रतिशत रहा है।
 
मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय सचिव कमलेश कुमार का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र के छात्र बेहतर करके वरीयता सूची में स्थान पा रहे हैं। उसके पीछे मुख्य बात यह है कि पहले पढ़ाई की बेहतर सुविधाएं शहरों तक ही सीमित थीं, लेकिन अब समय बदल गया और गांव के स्टूडेंट्स भी शिक्षा सुविधा पाकर अपनी योग्यता साबित कर रहे हैं। पिछले 5 सालों से यूपी सरकार की नीतियां भी छात्रों को शिक्षा के लिए प्रेरित कर रही हैं जिसके चलते परीक्षा परिणाम बेहतर हो रहे हैं। आने वाले समय में छात्रों का शत-प्रतिशत परिणाम सामने आए, इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है।
 
Edited by: Ravindra Gupta

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