लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में सोमवार को भारी बारिश हुई। इनमें से 3 जिलों के 6 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बदायूं जिले में गंगा नदी व लखीमपुर खीरी ज़िले में शारदा नदी, बलिया में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। हालांकि सरकार ने दावा किया कि प्रदेश के सभी तटबंध सुरक्षित हैं और कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक स्थिति नहीं है।
प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि 24 घंटो में प्रदेश के 10 जिलों में 25 मिलीमीटर या उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। गोंडा ,मऊ, सीतापुर जिलों के 6 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
राहत आयुक्त ने कहा कि प्रदेश के वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में औसतन 10.3 मिमी वर्षा हुई।
उन्होंने बताया कि इस प्रकार प्रदेश में एक जून से अब तक 248 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा 416.4 मिमी के सापेक्ष में 60 प्रतिशत है।
प्रसाद ने कहा कि प्रदेश के वर्षा से प्रभावित 35 जिलों में तलाशी एवं बचाव अभियान के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचक बल (NDRF), राज्य आपदा मोचक बल (SDRF) और पीएसी की 55 टीमें तैनात की गई हैं।
दक्षिणी ओडिशा में रेड अलर्ट : दक्षिणी ओडिशा में सोमवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मूसलाधार बारिश होने से निचले इलाकों में नदियां उफान पर हैं। नबरंगपुर, कोरापुट, कालाहांडी, मलकानगिरी, गंजम, गजपति और कंधमाल जिलों में कम दबाव और एक सक्रिय मानसून क्षेत्र के प्रभाव से भारी से बहुत भारी बारिश हुई, जो दक्षिणी ओडिशा के ऊपर से गुजर रही है।
कम से कम सात मौसम केंद्रों में 116-204 मिलीमीटर की भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि 17 स्थानों पर 65-115 मिलीमीटर की बारिश हुई, जिससे खेत और सड़कें जलमग्न हो गईं।
जल संसाधन विभाग के अनुसार कई नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है, लेकिन यह खतरे के निशान से नीचे है। मौसम विभाग ने कहा कि गजपति, गंजम और कंधमाल जिलों में कुछ स्थानों पर मंगलवार सुबह तक 204 मिलीमीटर से अधिक बारिश होने की संभावना है जिसके मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है। (इनपुट : भाषा)