लखनऊ। उत्तरप्रदेश के अयोध्या में फिल्म फेस्टिवल द्वारा आयोजित 'अवाम का सिनेमा' इस बार कोरोनावायरस संक्रमण के खतरों के बीच कोविड प्रोटोकॉल के तहत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन 15 से 19 दिसंबर तक आभासी तौर पर ही होगा और फिल्मों का मेला देखने के लिए डिजिटली रूप से देश-विदेश से लोग जुड़ेंगे और फिल्म समारोह का हिस्सा बनेंगे।
अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक शाह आलम ने बताया कि कोरोनावायरस के खतरों की वजह से आयोजन को ऑनलाइन संचालित करने की रणनीति तय हुई थी। अब आयोजन को अमलीजामा पहनाने के लिए 15 दिसंबर से पूर्व के वर्षों की भांति फिल्मों का मेला धर्मनगरी अयोध्या में लगेगा और देश-विदेश से आयोजन से जुड़कर लोग वैश्विक आयोजन का हिस्सा बनेंगे। यह आयोजन अब विश्व के किसी भी बड़े आयोजन के समकक्ष वर्ष प्रतिवर्ष खड़ा होता जा रहा है। अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के आयोजन के जरिए सिने पटल को अयोध्या और अवध क्षेत्र में भी संभावनाओं के लिए बॉलीवुड को अवसर देता रहा है। समय-समय पर इस आयोजन से फिल्मी जगत की हस्तियां भी जुड़ती रही हैं।
आयोजक शाह ने बताया कि इसे सीधे ड्राइंग रूम में लाना या हमारे दर्शकों के लिए जो कहीं भी हों, वह अयोध्या में आमतौर पर आयोजित होने वाले त्योहार से इस साल से ऑनलाइन जुड़ सकेंगे। दर्शकों के साथ जुड़ने का अवसर और लोगों को आमंत्रित करने का क्रम पूरा होने के बाद अब फिल्मों के लिए आभासी स्क्रीनिंग का भी शहर के लोगों के लिए पहला मौका होगा।
बताया गया कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए टीम यूट्यूब पर फिल्में फ्री स्ट्रीम कर रहे हैं और इस तरह इसे सभी के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। 5 दिवसीय इस कार्यक्रम के दौरान फिल्मों को एक यूट्यूब प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन स्ट्रीम किया जाएगा। हालांकि दर्शकों को इससे जुड़ने के लिए खुद को प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करना होगा और फिल्में देखने के लिए चैनल पर सदस्यता लेनी होगी, वहीं आयोजन से जुड़े लोग इस प्रकार डिजिटल आयोजन को लेकर उत्साहित भी हैं। दर्शकों को फिल्मों का अनुभव करने की अनुमति के रूप में यह पहला आयोजन शहर के लिए है।
गौरतलब है कि साझी संस्कृति के विरासत की नगरी अयोध्या में अशफाक-बिस्मिल जैसे क्रांतिवीरों को समर्पित यह आयोजन लगातार 14 वर्ष से आयोजित होता रहा है। साझी विरासत को संजोए रखने और कोरोनावायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए इस आयोजन को संक्रमण के खतरों के बीच ऑनलाइन ही आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।