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नाइजीरिया में 3 माह से बंधक हैं कानपुर के रोशन सहित 16 भारतीय, परिवार ने लगाई मोदी से छुड़ाने की गुहार

नाइजीरिया में 3 माह से बंधक हैं कानपुर के रोशन सहित 16 भारतीय, परिवार ने लगाई मोदी से छुड़ाने की गुहार

अवनीश कुमार

, मंगलवार, 8 नवंबर 2022 (22:11 IST)
कानपुर। नाइजीरिया में कच्चा माल लोड करने गए मर्चेंट नेवी के असिस्टेंट अधिकारी कानपुर गोविंदनगर निवासी रोशन अरोड़ा समेत 26 लोगों को पश्चिम अफ्रीका के न्यू गिनी देश की मर्चेंट नेवी द्वारा 3 माह से बंधक बनाकर रखा गया है। रोशन के साथ शिप में 16 भारतीय समेत 26 लोग बंधक हैं।
 
रोशन के परिजनों को इस बात की जानकारी तब हुई जब बेटे ने उन्हें इसकी जानकारी दी। परिजनों का कहना है कि रोशन और उसकी टीम पर तेल चोरी करने का फर्जी आरोप नाइजीरियन नेवी ने लगाया है। परिजनों ने भारत सरकार से बेटे को मुक्त कराने की मांग की है तो वहीं रोशन के पिता ने भावुक होते हुए प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा है कि 'बचा लो मेरे बेटे को।'
 
कौन है रोशन और कैसे पहुंचा नाइजीरिया? : कानपुर के गोविंदनगर लेबर कॉलोनी निवासी मनोज अरोड़ा का बेटा रोशन (28) मर्चेंट नेवी में असिस्टेंट ऑफिसर है। वह 3 साल से मर्चेंट नेवी में ट्रेनिंग कर रहा है। 8 अगस्त को रोशन हीरोइक इदुन कंपनी के जरिए कच्चा तेल लोड करने के लिए नाइजीरिया गया था। उसके समेत टीम में 16 भारतीय, 6 श्रीलंकाई और पोलैंड व फिलीपीन्स के 1-1 व 2 अन्य मर्चेंट नेवी के अधिकारी भी गए थे।
 
रोशन के पिता ने बताया कि फोन पर उसने बताया था कि उसकी पूरी टीम को गिनी देश की नेवी ने तेल चोरी के आरोप में पकड़ लिया और अब वह उन्हें नाइजीरियन नेवी के हवाले करने वाली है। उसने बताया कि नाइजीरिया में उन लोगों को माल लोड करने के लिए 3 दिन के बाद का समय मिला था जिसकी जानकारी अधिकारियों को दी तो उन्होंने शिप वापस ले आने का आदेश दिया था।
 
वे लोग शिप वापस लेकर आ ही रहे थे, तभी रास्ते में गिनी देश के मर्चेंट नेवी के अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। गिनी देश की मर्चेंट नेवी ने 15 अधिकारियों को मालाबो में कैद कर रखा है जबकि 11 लोग जहाज में ही नजरबंद हैं। वह मालाबो में कैद है।
 
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पिता ने किया शिप कंपनी से संपर्क : रोशन के पिता ने बताया कि बेटे के अनुसार उसने हीरोइक इदुन शिप कंपनी से भी संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से नाइजीरिया द्वारा बताया गया जुर्माना भर दिया गया है, इसके बाद भी वे लोग नेवी के लोगों को क्यों नहीं छोड़ रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं है। रोशन के पिता के अनुसार नाइजीरिया में फंसे भारतीयों में उनके बेटे के अलावा देहरादून, अंबाला, कर्नाटक के लोग भी फंसे हैं। दुखी पिता ने सरकार से मांग की है कि उनके बेटे को नाइजीरिया से लाने में मदद की जाए।
 
प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से लगाई गुहार : वही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कानपुर का रोशन अरोड़ा सभी को सुरक्षित करने की बात कहते हुए बता रहा है कि उसे वहां से निकाल लीजिए। हम लोग 85 दिन से फंसे हुए हैं। चीफ ऑफिसर को पहले ही यहां की नेवी ले जा चुकी है। हम लोगों को भी नाइजीरिया नेवी के हवाले रात या सुबह तक कर दिया जाएगा। हमें वहां जाने से रोक लीजिए। रोशन ने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से भी गुहार लगाई है।
 
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सरकार से हमारी विनती कि वह करे हमारी मदद : वहीं दूसरा वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है जिसमें खुद को कैप्टन तनुज मेहता बताने वाला व्यक्ति कह रहा है कि जहाज से हमारे 15 लोगों को उतारकर इक्वेटोरियल गिनी के मलाबो में डिटेक्शन में एक जेल जैसी जगह पर लाकर रखा गया है। हमारे पास खाने-पीने के लिए कुछ नहीं है। कोई बिस्तर नहीं है। हमें यहां अंदर बंद रखा गया है।
 
उन्होंने आगे बताया कि बाहर जाने की अनुमति नहीं है। बाहर सिक्योरिटी गार्ड हैं। हमें यहां से नाइजीरिया भेजने का कोई और तरीका निकाला गया है। हम आपसे विनती करते हैं कि हमारी मदद करें। हमारा परिवार चाहता है कि हम उनके पास जाएं। कृपया हम सबको घर वापस लाइए। भारत सरकार से हमारी विनती है कि वह हमारी मदद करे। वही हमारी मदद कर सकती है। हमें घर सुरक्षित लाएं।

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