रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने डिजिटल लॉकर प्लेटफार्म और इसके डिजिटल दस्तावेज़ों को आधिकारिक मान्यता दे दी है। KYC पर RBI के ताजा सर्कुलर में कहा गया है कि ग्राहक के डिजिटल लॉकर खाते को प्राधिकारी द्वारा जारी किए गए ई-दस्तावेज़ अब KYC प्रक्रिया में मान्य रहेंगे। आरबीआई के इस सर्कुलेशन के बाद केवाईसी से संबंधित दस्तावेजों को डिजिटल लॉकर के जरिए सीधे सबमिट किया जा सकता है। तो जानिए क्या होता है डिजिटल लॉकर और क्या होते हैं इसके फायदे-
डिजिटल लॉकर या डिजिलॉकर एक तरह का वर्चुअल लॉकर है। जुलाई 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लांच किया था। इसे लेकर सरकार दावा था कि एक बार लॉकर में अपने डॉक्यूमेंट अपलोड करने के बाद उन्हें फिजिकली रखने की जरूरत नहीं होती है। यानी आपको कागजों पर इन्हें संभालना नहीं पड़ेगा।
अब क्या होगा फायदा केंद्र सरकार की डिजिटल लॉकर स्कीम के जरिए आप अपने सभी शैक्षणिक दस्तावेज, पहचान और पते का प्रमाण यहां सुरक्षित रख सकते हैं। अगर आप इंटरव्यू देने जा रहे हैं तो आप वहां एक लिंक दे सकते हैं, जिससे आपके दस्तावेज की जांच आसानी से हो जाएगी। इसके लिए आपको कागजी रूप में डॉक्यूमेंट्स ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
ये हैं फायदे : डिजिलॉकर का फायदा आपको भौतिक रूप से दस्तावेज ले जाने की आवश्यकता नहीं रहती है। हमारे द्वारा यहां अपलोड दस्तावेजों की सत्यता संबंधित विभाग द्वारा प्रमाणित कर जी जाती है। इनकी प्रमाणिकता बढ़ाने ई-सिग्नेचर भी कर सकते हैं। आप किसी रजिस्टर्ड रिक्वेस्टर के साथ अपने ई-डॉक्यूमेंट की लिंक ई-मेल के जरिए शेयर भी कर सकते हैं।
कैसे बनेगा डिजीलॉकर : स्मार्टफोन के ऐप स्टोर से भारत सरकार की डिजिलॉकर एप डॉउनलोड किया जा सकता है। इसे ओपन करने के बाद स्क्रीन पर साइन इन तथा साइन अप के ऑप्शन दिखेंगे। अकाउंट बनाने के लिए साइनअप करना होगा। ठीक उसी तरह जैसे ई-मेल अकाउंट बनाया जाता है। एक और महत्वपूर्ण बात इसमें आधार नंबर होना आवश्यक है।
यूजरनेम-पासवर्ड तय कर लेने के बाद आधार नंबर डालकर आगे बढ़ें। फिर वैरिफिकेशन के लिए ओटीपी डालकर कन्टिन्यू करें। आगे बढ़ते ही आपकी स्क्रीन पर आधार कार्ड, एलपीजी सब्सक्रिप्शन वाउचर जैसे सरकार द्वारा इश्यू किए गए दस्तावेजों की सूची होगी।
बैक करेंगे तो स्क्रीन पर फोल्डर होंगे। ऊपर अपलोड का साइन होगा। इसकी सहायता से आप स्मार्टफोन में फाइल या एप में सेव अपने डॉक्यूमेंट्स को इस पर अटैच कर सकते हैं। इन्हें डॉक्यूमेंट व माय सर्टिफिकेट या नए फोल्डर में मूव किया जा सकता है।
जब आप मैन्यू के विकल्प पर जाते हैं तो आपको अपलोड डॉक्यूमेंट, इश्यूड डॉक्यूमेंट, प्रोफाइल और अबाउट अस के अलावा क्यूआर कोड स्कैनर का कोड भी दिखाई देगा। स्कैनर से आप डिजिलॉकर के जरिए उपलब्ध हो रहे दस्तावेजों का वैरिफिकेशन भी कर सकते हैं।