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कोरोनावायरस की वजह से फंसा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव परिणाम, क्यों जानिए 5 बातों से

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बुधवार, 4 नवंबर 2020 (21:01 IST)
अमेरिकी राष्ट्रपति पद (US Election 2020) के लिए हुए चुनाव के नतीजे को लेकर दुनिया भर में उत्सुकता है और अलग-अलग देशों में लोग बेसब्री से नतीजों का इंतजार किया जा रहा है। इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी टक्कर दी है। अमेरिका चुनाव को लेकर हुए तमाम सर्वे में बिडेन को बढ़त दी गई थी लेकिन ट्रंप ने मुकाबले को बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया है। कई कारणों से वोटों की गिनती में देरी हो रही है। 
 
1. वैरिफिकेशन प्रक्रिया में देरी : कोरोनावायरस की कारण इस बार 68 प्रतिशत वोटर्स ने अर्ली-वोटिंग की है यानी इलेक्शन-डे से पहले। अमेरिका में ऐसा होता भी है। कुछ स्टेट्स में इलेक्शन-डे से पहले वोटिंग की अनुमति है। इसमें वोटर्स को पोस्टल बैलेट देने की परमिशन भी है। पोस्टल बैलेट की गिनती धीमी होती है क्योंकि वोटर और गवाह के दस्तखत और पतों का मिलान करना होता है। काउंटिंग मशीनों में डालने से पहले बैलेट्स की कई दौर की चेकिंग होती है। कुछ स्टेट्स ने इलेक्शन-डे से पहले ही वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू कर दी थी, ताकि इलेक्शन खत्म होने से पहले ही काउंटिंग शुरू हो सके। वहीं, कुछ स्टेट्स ने ऐसा नहीं किया।
2. पोस्टल वोट : लाखों पोस्टल वोट्स अब तक नहीं गिने जा सके हैं। वहीं, यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि ज्यादातर डेमोक्रेटिक वोटर्स ने इस बार कोरोना के डर से पोस्टल बैलेट से वोटिंग की है। उनकी तुलना में ऐसा करने वाले रिपब्लिकन वोटर्स की संख्या काफी कम है।
 
3. हर स्टेट के अपने नियम हैं : जॉर्जिया में नियम असेंबली बैलट्स को पहले प्रोसेस करने की इजाजत देते हैं, लेकिन वहां भी कई बड़ी काउंटी में वोटिंग में देर हुई है। कुछ काउंटर्स पर मंगलवार देर शाम तक वोटिंग चलती रही। इस वजह से ओवरनाइट काउंटिंग नहीं हो सकी।
 
4. पेनसिल्वेनिया में लग सकती है देर : पेनसिल्वेनिया में इलेक्शन डे पर सुबह 7 बजे काउंट शुरू हुआ, वहां नतीजे आने में दो दिन लग सकते हैं। मिशिगन में भी इलेक्शन डे से 24 घंटे पहले पोस्टल बैलट्स को तैयार करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अधिकारी कह रहे हैं कि वहां भी जल्दी रिजल्ट की उम्मीद नहीं की जा सकती। इसी तरह आधे से ज्यादा स्टेट्स इलेक्शन डे के बाद पहुंचने वाले पोस्टल वोट्स को भी मंजूर कर रहे हैं। 
 
इसके लिए नियम है कि पोस्ट ऑफिस ने उन्हें 3 नवंबर के बाद प्रोसेस न किया हो। पेनसिल्वेनिया में शुक्रवार की डेडलाइन है और तब तक रिजल्ट्स को पूरा नहीं माना जा सकेगा। बताया जा रहा है कि कई ऐसे केस भी सामने आए हैं जहां लोगों ने पोस्टल बैलट्स मांगे और इलेक्शन डे पर खुद ही वोटिंग को पहुंच गए। इस कारण से कोई वोट दो बार काउंट न हो जाए, इसकी भी चुनाव अधिकारियों को सावधानी रखनी पड़ रही है।
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5. ट्रंप सुप्रीम कोर्ट ले जा सकते मामला : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वे वोटिंग के तुरंत बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। ऐसे में कोर्ट का फैसला आने में देरी भी हो सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर मामला कोर्ट में गया तो डोनाल्ड ट्रंप को फायदा हो सकता है। क्योंकि, उन्होंने अपने कार्यकाल में चार जजों को नियुक्त किया है। इसमें से एक एमी बैरेट को छोड़कर बाकी के 3 जज इस सुनवाई में शामिल होंगे।

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