उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर शहर सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर मंदिर में पूजा अर्चना की। योगी आदित्यनाथ का नामांकन भरवाने गृहमंत्री अमित शाह भी गोरखपुर पहुंचे। गोरखपुर शहर सीट से योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने का असर पूरे पूर्वांचल में माना जा रहा है। योगी के नामांकन के बहाने भाजपा ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। पांच बार के सांसद रहे अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रहे योगी आदित्यनाथ का नामांकन कराने खुद गृहमंत्री अमित शाह भी गोरखपुर पहुंचे।
नामांकन से पहले चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नामांकन के साथ भाजपा 300 से अधिक सीटे जीतने की राह पर आगे बढ़ गई है। अमित शाह ने कहा पूर्वांचल की पहचान जो माफियाओं के कारण होती थी, योगी आदित्यनाथ वाली भाजपा सरकार ने उसको उखाड़ फेंका। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के गढ़ गोखपुर से योगी आदित्यनाथ के नामांकन की गूंज पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंचेगी और भाजपा इस बार 300 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी।
हॉटसीट गोरखपुर शहर सीट- 1989 से भाजपा के कब्जे वाली गोरखपुर शहर सीट से पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे है। इस सीट पर वर्तमान में भाजपा के राधामोहनदास अग्रवाल भाजपा विधायक है। हाईप्रोफाइल गोरखपुर सीट से आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर चुनावी मैदान में उतरकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया हैं। वहीं बसपा ने ललित कुमार पर अपना दांव लगाया है। वहीं मुख्य विपक्षी दल सपा और कांग्रेस ने गोरखपुर शहर सीट से अपने पत्ते नहीं खोले है।
BJP के लिए गोरखपुर शहर सुरक्षित सीट-गोरखपुर शहर की सीट भाजपा के लिए बहुत ही सुरक्षित सीट है। भाजपा गोरखपुर शहर सीट से 1989 के बाद से लगातार चुनाव जीतती आ रही है। पहले शिवप्रताप शुक्ला भाजपा के टिकट पर विधायक बनें और उसके बाद डॉक्टर राधामोहन दास अग्रवाल चार बार से भाजपा के विधायक के तौर पर जीतते रहे। परिसीमन के बाद गोरखपुर शहर विधानसभा सीट भाजपा के लिए और सुरक्षित सीट हो गई है और भाजपा यहां से बड़े अंतर से जीतती आई है।
गोरखपुर लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद रविकिशन कहते हैं कि इस बार भाजपा गोरखपुर की सभी 9 सीटों पर जीत हासिल करेगी वहीं गोरखपुर शहर सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीतेगी।
गोरखपुर से योगी का खास लगाव-गोरखपुर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का खास लगाव रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी तमाम व्यस्ताओं के बावजूद योगी आदित्यानाथ जिस तरह से गोरखपुर से कनेक्टिविटी बनाए हुए थे। हर महीने वह 2 से 3 बार आते भी थे। इसके साथ-साथ गोरखपुर शहर को ध्यान में रखते हुए उन्होंने विकास के काम भी किए है।
पूर्वांचल को साधने की कवायद- योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर से चुनाव लड़ने से पूर्वांचल को साधने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। गोरखपुर में वरिष्ठ पत्रकार मनोज कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर से चुनाव लड़ने का असर पूरे पूर्वांचल पर माना जाएगा। गोरखपुर से 5 बार के सांसद रहते हुए योगी आदित्नयाथ ने अपना प्रभाव गोरखपुर के आसपास के जिलों महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीर नगर में भी बढ़ाया। पूर्वांचल की 41 सीटों पर बहुत अधिक प्रभावशाली होंगे उतना नहीं होगा लेकिन एक दर्जन सीटों पर जरूर असर डाल सकेंगे।