लोकसभा में राहुल गांधी बोले- केंद्र की नीति के कारण चीन-पाकिस्तान साथ आए
, बुधवार, 2 फ़रवरी 2022 (18:53 IST)
नई दिल्ली। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश में दो हिन्दुस्तान हैं, एक गरीबों का और एक अमीरों का। गरीब हिन्दुस्तान के पास रोजगार नहीं है। राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए हुए कहा कि कोरोना की आपदा में लोगों का सहयोग नहीं किया गया।
राहुल गांधी ने संसद में चीन के विजन की तारीफ की। राहुल गांधी ने भारत की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि आपकी नीति ने चीन और पाकिस्तान को एकजुट करने का काम किया है और यह सबसे बड़ी चुनौती भारत के सामने है। चीन के पास एक क्लियर प्लान है और उसकी नींव डोकलम और लद्दाख में रखी है। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर सरकार ने गलत फैसला लिया है।
राहुल गांधी ने कहा- आप यह मत सोचो कि जिस गरीब हिन्दुस्तान को आप बना रहे हो ये चुप बैठा रहेगा, ये चुप नहीं बैठा रहेगा। इस हिन्दुस्तान को दिख रहा है कि आज हिन्दुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास हिन्दुस्तान के 55 करोड़ लोगों से ज़्यादा जायदाद है, ये नरेंद्र मोदी जी ने किया है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को सुझाव देता हूं कि दो हिन्दुस्तान को साथ लाने की दिशा में काम करें जिन्हें उनकी सरकार ने बनाया है।
गरीबों का पैसा छीनकर अमीरों को दिया गया। पिछले 7 साल में असंगठित क्षेत्र में आक्रमण किया गया। मेक इन इंडिया आज हो ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि 2021 में 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया है, 50 साल से सबसे ज़्यादा बेरोजगारी आज हिन्दुस्तान में है।
आपने मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया की बात की लेकिन जो रोजगार हमारे युवाओं को मिलना चाहिए वो नहीं मिला और जो था वो गायब हो गया। राहुल गांधी ने कहा कि दो हिन्दुस्तान बन रहे हैं, एक अमीरों का हिन्दुस्तान और दूसरा गरीबों का हिन्दुस्तान, इन दो हिन्दुस्तानों के बीच में खाई बढ़ती जा रही है। गरीब हिन्दुस्तान के पास आज रोजगार नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं था।
राहुल गांधी ने कहा कि आपने असंगठित सेक्टर को खत्म कर दिया, अगर आप उनकी मदद करते तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तैयार हो सकता था। जो लोग आपका मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर बना सकते थे उनको आपने खत्म कर दिया। हिन्दुस्तान के 84% लोगों की आमदनी घटी है और वो तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया।
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