टोक्यो ओलंपिक शुरू होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। घड़ी की सुइयां जिस रफ्तार के साथ आगे बढ़ रही है, उसी रफ्तार के साथ टोक्यो 2020 नजदीक आ रहा है। ओलंपिक में इस बार कई भारतीय खिलाड़ियों से गोल्ड मेडल की उम्मीद की जा रही है और ऐसा हो भी क्यों न... भई, इस बार संयोग ही कुछ ऐसे बन रहे हैं कि, हर कोई हमारे खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ पदक की आस लगाए बैठा हुआ है।
चलिए आज हम आपको इस लेख के जरिए वो 3 ऐसे कारण बताते हैं कि जो दर्शाते हैं कि इस बार टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीट्स सर्वश्रेष्ठ पदक हासिल कर सकते हैं।
1 . सबसे बड़ा दल
भारत ने 119 खिलाड़ियों सहित टोक्यो ओलंपिक के लिए 228 सदस्यीय दल भेजा है। 119 भारतीय खिलाड़ियों में 67 पुरुष और 52 महिला प्रतिभागी शामिल हैं। हमारे यह 119 एथलीट्स कुल 85 स्पर्धाओं में चुनौती पेश करेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि, यह ओलंपिक में भारत का अब तक का सबसे बड़ा खिलाड़ियों का दल होगा। इससे पहले रियो ओलंपिक में कुल 118 खिलाड़ियों ने शिरकत की थी।
अब जाहिर सी बात है कि, जब खेलों के महाकुंभ में 119 भारतीय एथलीट्स हिस्सा लेंगे तो पदक की उम्मीद तो बनेगी ही।
2 . अनुभवी खिलाड़ियों की है फौज
टोक्यो 2020 में इस बार हमारे कई सारे अनुभवी एथलीट्स हिस्सा ले रहे हैं। इन खिलाड़ियों में टेनिस दिग्गज सानिया मिर्जा, बॉक्सिंग चैंपियन एमसी मैरी कॉम, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु और टेबल टेनिस के धुरंधर शरत कमल के नाम शामिल हैं।
सानिया मिर्जा और शरत कमल का यह चौथा ओलंपिक है, जबकि मैरी कॉम दूसरी बार ओलंपिक में शिरकत करेंगी। यह सभी खिलाड़ी अनुभवी हैं और इस बार ओलंपिक में इतिहास रचने के लिए बेकरार हैं। खैर, अब ये तो वक्त ही बताएगा कि कौन मेडल जीतने में सफल हो पाता है और कौन नहीं।
3 . तीसरा बाहर होते विदेशी खिलाड़ियों से लाभ
टोक्यो ओलंपिक में कई सारे ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं, जो चोट के चलते या कोविड को ध्यान में रखते हुए टोक्यो 2020 का हिस्सा नहीं होंगे। टोक्यो ओलंपिक से बाहर रहने वाले एथलीट्स में सबसे बड़ा नाम बैडमिंटन सुपर स्टार कैरोलिना मारिन का है। यह वहीं, मारिन है जिन्होंने रियो ओलंपिक में पीवी सिंधु को हराकर भारत की उम्मीदों को खत्म कर दिया था। मगर इस बार मारिन चोट के चलते खेलों के महाकुंभ में नजर नहीं आएगी।
टेनिस स्टार और 17वीं रैंकिंग पर काबिज एलेक्स डी मिनौर भी इस बार टोक्यो में शिरकत नहीं करेंगे। उनकी गैरमौजूदगी से सुमित नागल को फायदा देखने को मिल सकता है।
यूएसके की स्विमर सिमोने मैनुएल भी चोट के चलते ओलंपिक का हिस्सा नहीं होंगी। सिमोने का न होने भारतीय स्विमर माना पटेल के लिए किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है।