Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

पंजशीर में नॉर्दर्न अलायंस ने कराया तालिबान का जोर, 13 लड़ाकों की मौत

Webdunia
गुरुवार, 2 सितम्बर 2021 (14:18 IST)
काबुल। अफगानिस्तान पर आसानी से कब्जा जमाने वाले तालिबान को पंजशीर में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उसके लड़ाकों को यहां नॉर्दर्न अलायंस ने जोर करा दिया है। आज भी जंग में 13 तालिबानी लड़ाके मारे गए हैं।
 
तालिबान लगातार पंजशीर घाटी में प्रवेश कर प्रयास कर रहा है। हालांकि उसे अभी तक सफलता नहीं मिली है। पंजशीर प्रोविंस नाम के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में बताया गया कि पंजशीर प्रांत के चिक्रिनो जिले में घात लगाकर किए गए एक हमले में तालिबान के 13 सदस्य मारे गए और उनका एक टैंक नष्ट हो गया।
 
एक दिन पहले ही नॉर्दर्न अलायंस ने दावा किया था कि उसने तालिबान 350 आतंकियों को ढेर कर दिया है। इससे पहले पंजशीर के प्रवेश द्वार गुलबहार में भीषण जंग के दौरान तालिबान ने एक पुल उड़ा दिया था। यह पुल गुल बहार रोड को पंजशीर से जोड़ता था।
 
काबुल से 150 किलोमीटर दूर पंजशीर में तालिबान एक बार भी जीत हासिल नहीं कर सका है। यह इलाका नॉर्दन अलायंस का गढ़ माना जाता है। अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद सीनियर विद्रोही लड़ाकों का नेतृत्व कर रहे हैं। उपराष्‍ट्रपति सालेह भी अफगानी सैनिकों के साथ उनका समर्थन कर रहे हैं।  

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

केशव प्रसाद मौर्य का दावा, 2047 तक सत्ता में नहीं आएगी सपा

LIVE: भारत का 5वां विकेट गिरा, ध्रुव जुरेल 1 रन बनाकर पैवेलियन लौटे

पीएम मोदी ने बताया, युवा कैसे निकाल रहे हैं समस्याओं का समाधान?

संभल में मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान बवाल, भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

हिमाचल में बर्फबारी, मध्यप्रदेश और राजस्थान में बढ़ी ठंड

આગળનો લેખ
Show comments