मुंबई। यूरोप में कोविड-19 के मामले बढ़ने और अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों से पहले व्याप्त अनिश्चितता से वैश्विक बाजारों में गिरावट का रुख रहा। वैश्विक संकेतों से शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार तीसरे दिन गिरावट रही। बिकवाली से सेंसेक्स 136 अंक और निफ्टी में 28 अंक घटकर बंद हुए।
बंबई शेयर बाजार (BSE) का 30 प्रमुख शेयरों पर आधारित सेंसेक्स दिन में 746 अंक तक की घटबढ़ के बाद अंत में पिछले दिन के मुकाबले 135.78 अंक यानी 0.34 प्रतिशत गिरकर 39,614.07 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 28.40 अंक यानी 0.24 प्रतिशत गिरकर 11,642.40 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई सेंसेक्स में शामिल शेयरों में भारती एयरटेल में सबसे ज्यादा 3.82 प्रतिशत का नुकसान हुआ। मारुति, बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, एचयूएल, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक बैंक के शेयरों में भी गिरावट रही।
इसके विपरीत टाटा स्टील, एनटीपीसी, सन फार्मा, नेस्ले इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टेक महिन्द्रा, ओएनजीसी और टीसीएस 2.27 प्रतिशत तक लाभ में रहे। बाजार में बड़ा वजन रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में दूसरी तिमाही का परिणाम आने से पहले 1.37 प्रतिशत की बढ़त रही।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेकस में 1,071.43 अंक यानी 2.63 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, वहीं निफ्टी सप्ताह के दौरान 287.95 अंक यानी 2.41 प्रतिशत घट गया।
रिलायंस सिक्युरिटीज में संस्थागत व्यवसाय प्रमुख अर्जुन यश महाजन ने कहा कि कोविड- 19 मामलों के कुछ यूरोपीय देशों में एक बार फिर से जोर पकड़ने से वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में सुधार को लेकर निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
वित्तीय और वाहन कंपनियों के शेयरों में प्रमुख तौर पर गिरावट रही जबकि अन्य प्रमुख समूह सूचकांकों में कारोबार की समाप्ति के समय सुधार का रुख रहा। महाजन ने कहा कि आने वाले सप्ताहों के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है।
कोविड-19 मामलों के बढ़ने से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता और अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों को देखते हुए यह स्थिति रह सकती है।
बीएसई के दूरसंचार, वाहन, बैंकेक्स, एफएमसीजी, वित्त और प्रौद्योगिकी समूह के सूचकांकों में 2.37 प्रतिशत तक गिरावट रही जबकि रियल्टी, धातु, ऊर्जा, तेल एवं गैस और बिजली समूह के सूचकांक लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सिओल और टोक्यो के बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। उधर, यूरोप के शेयर बाजारों में भी शुरुआत गिरावट के साथ हुई। फ्रांस, जर्मनी और अन्य देशों में नये लॉकडाउन से जोखिम बढ़ा है।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 0.58 प्रतिशत बढ़कर 38.48 डॉलर प्रति बैरल पर बोला गया। इधर घरेलू विदेशी मुद्रा बाजार ईद-ए- मिलाद के उपलक्ष्य में बंद रहा। (भाषा)