कपिल देव रामलाल निखंज (जन्म 6 जनवरी 1959) पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं। भारत ने अपना पहला वर्ल्ड कप 1983 में कपिल देव की कप्तानी में ही जीता था। 2002 में विस्डन ने कपिल देव को क्रिकेट जगत से सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माना। कपिल देव अक्टूबर 1999 से अगस्त 2000 तक भारत के कोच भी रहे। कपिल देव को अपने समकालीन जबरदस्त क्रिकेटरों इमरान खान, सर रिचर्ड हेडली और सर इयान बॉथम से भी बेहतर माना गया था।
स्टाइल
कपिल देव दाहिने हाथ के बॉलर थे। उनकी एक्शन और ऑउटस्विंग खासतौर पर सराही गई। वे भारत के लिए प्रमुख अटैकर के रूप में काम करते थे। कपिल देव के नाम 1980 में एक खास फाइन इंस्विंगिंग यॉर्कर ईजाद करने का भी श्रेय जाता है। इस खास बॉल के साथ कपिल देव बाद में बल्लेबाजी करने आने वाले बल्लेबाजों को खासा परेशान करते थे।
बल्लेबाज के तौर पर कपिल देव नेचुरल स्ट्राइकर थे। वे बड़ी कुशलता से बॉल को हुक और ड्राइव करते थे। कपिल देव प्राकृतिक तौर पर तीखे खिलाड़ी थे और अक्सर मुश्किल समय में टीम को उबारते थे। कपिल देव को उनके प्रदर्शन के लिए 'हरियाणा हरिकेन' का नाम दिया गया था, क्योंकि वे घरेलू क्रिकेट में हरियाणा क्रिकेट टीम को रिप्रेजेंट करते थे।
संन्यास
1994 में जब कपिल देव ने क्रिकेट से संन्यास लिया, तब उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड था जिसे बाद में 2000 में वेस्टइंडीज के कोर्टनी वॉल्श ने तोड़ा। अपने संन्यास के समय कपिल देव भारत के सबसे अधिक विकेट लेने वाले क्रिकेटर थे। क्रिकेट के इतिहास में कपिल देव अकेले ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने 400 (434) से अधिक विकेट लिए हैं और 5,000 से अधिक रन भी बनाए हैं। उनका यह करिश्माई रिकॉर्ड उन्हें कुछ सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर क्रिकेटरों में शामिल करता है।
2010 में कपिल देव को आईसीसी की 'क्रिकेट हॉल ऑफ फेम' में शामिल किया गया। कपिल देव ने संन्यास के बाद गोल्फ खेलना शुरू कर दिया। कपिल देव अकेले एशियाई फाउंडिंग मेंबर ऑफ लॉरेल्स फाउंडेशन थे। उनके अलावा फाउंडरों में इयान बॉथम और विवियन रिचर्ड्स शामिल थे।
पर्सनल लाइफ
कपिल देव का जन्म रामलाल निखंज और उनकी पत्नी राजकुमारी के यहां चंडीगढ़ में 6 जनवरी 1959 को हुआ। उनके पिता बिल्डिंग और टिम्बर कॉट्रेक्टर थे। कपिल देव डीएवी स्कूल में छात्र थे और यहां से देशप्रेम आजाद के छात्र बने।
कपिल देव की मुलाकात रोमी भाटिया से एक कॉमन फ्रेंड के माध्यम से हुई। कपिल देव ने उन्हें 1980 में प्रपोज किया और इस जोड़े ने उसी वर्ष शादी की। कपिल देव के यहां एक बेटी अमिया देव का जन्म 16 जनवरी 1996 को हुआ।
कपिल देव ने 3 आटोबॉयोग्राफी लिखी हैं। बाय गॉड्स ग्रेस 1985 में पब्लिश हुई, क्रिकेट माय स्टाइल 1987 में और उनकी अंतिम किताब स्ट्रेट फ्रॉम हार्ट 2004 में पब्लिश हुई। कपिल देव ने अपने ऑर्गन (अंग) दान करने की घोषणा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक कार्यक्रम के दौरान की।
बिजनेस
2005 में कपिल देव ने जीकॉम इलेक्ट्रॉनिक्स में 5 प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल की। कपिल देव कैप्टन इलेवन (2006) रेस्टोरेंटों के मालिक हैं। चंडीगढ़ का कैप्टन्स रिट्रीट होटल भी कपिल देव का ही है। कपिल देव ने कंपनी देव मुस्को लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड स्थापित की, जो मुस्कोस लाइटिंग के साथ पार्टनरशिप में स्टेडियम और स्पोर्ट्स वैन्यूज में फ्लडलाइट्स लगाते हैं। कपिल देव फिल्म दिल्लगी... ये दिल्लगी, इकबाल, चैन कुली की मैन कुली और मुझसे शादी करोगी में कैमियो रोल में नजर आ चुके हैं।
इडोर्समेंट (विज्ञापन)
भारत में कपिल देव की लोकप्रियता के चलते उन्हें कई कंपनियों ने अपने ब्रांड का चेहरा बनाया। एक्शन स्पोर्ट्स शूज, पामोलिव क्रीम, हीरो होंडा बाइक्स, हाजमोला, क्रोसिन पैन रिलीफ, बूस्ट, सोनी सेट मैक्स, बिरला सनलाइफ इंश्योरेंस, चड्ढा ग्रुप, काइनेटिक और बहुत से अन्य नामी कंपनियां कपिल देव से विज्ञापन करवाती हैं।
अवॉर्ड्स
कपिल देव को 1979-80 में अर्जुन अवॉर्ड मिला। 1982 में उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। 1983 में कपिल देव ने विस्डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब जीता। 1991 में पद्मभूषण जीतने वाले कपिल देव, 2013 में एनडीटीवी के 25 ग्लोबल लिविंग लीजेंड्स में से एक बने। इसी साल कपिल देव ने सीके नायडु लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड जीता।