चेन्नई। आर प्रागननंदा, डी गुकेश और पी इनियान जैसे भारतीय शतरंज के युवा खिलाड़ियों ने कोराना वायरस के कारण लॉकडाउन के दिनों में खुद को ऑनलाइन प्रतियोगिताओं और अभ्यास में व्यस्त रखा है।
शतरंज में प्रगु नाम से मशहूर प्रागननंदा ने ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के अलावा अपने परिवार के साथ भी समय बिता रहे हैं।
इस 14 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘एक शतरंज खिलाड़ी के लिए यह स्थिति (लॉकडाउन) ज्यादा अंतर पैदा नहीं करती। शतरंज ऐसा खेल हैं जिसे दुनिया में कहीं से भी खेला जा सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘हम कंप्यूटर का इस्तेमाल करके अभ्यास कर रहे हैं। मैं अपने खेल पर काम कर रहा हूं और ऑनलाइन कोचिंग भी ले रहा हूं।’ वह अपने कोच आर बी रमेश से ऑनलाइन कोचिंग ले रहे हैं।
उनकी बहन महिला अंतरराष्ट्रीय मास्टर आर वैशाली के कारण उन्हें अभ्यास के लिए जोड़ीदार की कमी नहीं खलती। वैशाली ने विश्व अंडर-12 और अंडर-14 खिताब जीते हैं।
प्रागननंदा ने कहा, ‘मैं नियमित तौर पर अपनी बहन के साथ अभ्यास करता हूं। ’विश्व के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर गुकेश ने डेनमार्क में हिलोर्ड शतरंज क्लब ओपन और कान ओपन का खिताब जीतकर साल की अच्छी शुरुआत की थी।
उन्होंने कहा कि उन्हें टूर्नामेंट में नहीं खेल पाना अखर रहा है लेकिन वह इस समय का उपयोग अपने खेल में सुधार के लिए कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर टूर्नामेंटों की कमी खल रही है लेकिन मैं लगातार अपने खेल में सुधार करने पर ध्यान दे रहा हूं। मैं ऑनलाइन शतरंज भी खेल रहा हूं।’
गुकेश ने कहा, ‘मैं पिछले दो साल से हर महीने लगभग दो टूर्नामेंट में खेल रहा था। अब मैं जल्द ही सब कुछ ठीक होने का इंतजार कर रहा हूं। इसके बाद ही मैं परिस्थितियों के अनुसार अपनी योजना बनाऊंगा क्योंकि अधिकतर टूर्नामेंट स्थगित या रद्द कर दिए गए हैं।’
पिछले साल ग्रैंडमास्टर बनने वाले 17 वर्षीय इनियान ने कहा कि विश्राम के इस समय में उन्हें अपने खेल पर काम करने का मौका मिला है।
उन्होंने कहा, ‘विश्राम का यह समय अप्रत्याशित है और टूर्नामेंट रद्द कर दिए गए हैं। मैं अपने खेल के विभिन्न पहलुओं पर काम करके इस समय का सदुपयोग कर रहा हूं।’ (भाषा)