चेन्नई। पूर्व विश्व चैंपियनशिप विश्वनाथन आनंद को इन दिनों संन्यास शब्द काफी सुनने को मिल रहा है लेकिन 2017 में काफी प्रभावी प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद इस दिग्गज शतरंज खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने फिलहाल खेल छोड़ने पर विचार नहीं किया है।
अमेरिका के सेंट लुई में टूर्नामेंट से पहले 47 साल के आनंद कुछ समय का ब्रेक ले रहे हैं। अमेरिका में होने वाले इस टूर्नामेंट में सभी की नजरें रूस के महान शतरंज खिलाड़ी गैरी कास्परोव पर होंगी जो सबको हैरान करते हुए वापसी कर रहे हैं।
आनंद यहां अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं और हाल में उन्होंने 36 साल के रोजर फेडरर को आठवीं बार विंबलडन खिताब जीतते हुए देखा। स्विट्जरलैंड के दिग्गज फेडरर की हाल में 19वीं ग्रैंड स्लैम खिताबी जीत के संदर्भ में आनंद ने कहा, ‘मैं विंबलडन में फेडरर के मैच देख रहा था। अंत में यह (फाइनल) काफी आसान रहा।’
उन्होंने कहा, ‘नए कार्यक्रम ने फेडरर के लिए कितना अंतर पैदा किया। वह क्ले कोर्ट के पूरे सत्र, फ्रेंच ओपन में नहीं खेला और विंबलडन में उसका प्रदर्शन बेहतरीन था।’
चेन्नई में जन्में पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने उतार चढ़ाव वाले सत्र के बाद कहा, ‘मैं सिर्फ कड़ी मेहनत करने की उम्मीद करता हूं। जिद्दी होना महत्वपूर्ण होता है, जिससे कि मुश्किल समय में आगे बढ़ते रहो।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे अब भी विश्वास है कि मैं टूर्नामेंट जीत सकता हूं और अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं।’
आनंद ने हालांकि कहा कि संभावित संन्यास से जुड़े सवाल उन्हें परेशान नहीं करते। उन्होंने कहा, ‘आज कल मैं इन चीजों का आदी हो गया हूं। मैं निराश नहीं होता।’ जुलाई में ग्रैंड चेस टूर के ल्यूवेन चरण में आनंद 10 खिलाड़ियों में आठवें स्थान पर रहे और इसके बाद उन्होंने स्पेन के लियोन में अपना 10वां खिताब जीतने का मौका भी गंवा दिया। आनंद हालांकि कास्परोव के वापसी के फैसले और उनके खिलाफ खेलने को लेकर रोमांचित हैं।
उन्होंने कहा, ‘उसका प्रदर्शन कैसा रहता है इसे लेकर किसी अन्य की तरह ही मैं जिज्ञासु हूं। यह रोचक होगा। मुझे यकीन है कि उसने अचानक ही वापसी करने का फैसला नहीं किया होगा। वह आवेग में फैसले करने वालों में से नहीं है। मेरा मानना है कि वह प्रतियोगिता (सेंट लुई) के लिए तैयारी कर रहा होगा।’
सेंट लुई प्रतियोगिता के बाद आनंद शतरंज विश्व की तैयारी करेंगे जो सितंबर में जार्जिया में होगा। टूर्नामेंट के शीर्ष दो खिलाड़ी अगले साल कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करेंगे, जिससे 2018 विश्व चैंपियनशिप के लिए कार्लसन के चैलेंजर का फैसला होगा।
उन्होंने कहा, ‘मेरा पहला लक्ष्य विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना है जो काफी कड़ा टूर्नामेंट है। इसमें सफल होने के बाद ही मैं कैंडीडेट्स के बारे में पहुंचूंगा।’ आनंद पुरुष भारतीय खिलाड़ियों में पी हरिकृष्णा, के शशिकिरण, विदित गुजराती और बी अधिबान जबकि महिला वर्ग में डी हरिका से काफी उम्मीदें हैं जबकि कोनेरू हंपी भी उम्दा खिलाड़ी ने लेकिन पिछले कुछ समय से काफी टूर्नामेंटों में नहीं खेली है। (भाषा)