Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

टोक्यो ओलंपिक की टॉर्च रिले हुई शुरू, 10 हजार जापानी दौड़ेंगे 1.2 किलो की मशाल लेकर

टोक्यो ओलंपिक की टॉर्च रिले हुई शुरू, 10 हजार जापानी दौड़ेंगे 1.2 किलो की मशाल लेकर
, गुरुवार, 25 मार्च 2021 (13:32 IST)
टोक्यो: पूर्वोत्तर जापान के फुकुशिमा प्रान्त में टोक्यो ओलंपिक 2021 के टॉर्च रिले की शुरुआत हुई। यह रिले पिछले साल प्रस्तावित थी लेकिन कोरोनवायरस (कोविड ​​-19) के प्रकोप के कारण इस दौड़ को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया था। आयोजन समिति यूट्यूब पर समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग कर रही है, इस आयोजन में पत्रकारों की उपस्थिति महामारी के कारण सीमित है।
 
कोरोना वायरस के कारण उद्घाटन समारोह बिना दर्शकों के आयोजित किया गया था, इसमें सिर्फ सीमित संख्या में लोगों द्वारा भाग लिया गया था। वैश्विक महामारी ने टोक्यो ओलंपिक और पैरालिम्पिक्स को स्थगित कर दिया था, क्योंकि दोनों आयोजन मूल रूप से 2020 में होने वाले थे।
 
करीब 10 हजार जापानी यह मशाल लेकर 47 प्रान्तों के 859 नगरपालिकाओं में दौड़ लगाकर यह 121 दिनों की यात्रा पूरी करेंगे। यह दौड़ जापान अपनी जनता में कोविड महामारी के दौरान सुरक्षित खेलों के आयोजन का विश्वास दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। 
 
ओलंपिक आयोजन समिति लोगों को मशाल रिले को ऑनलाइन देखने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और यह चेतावनी भी दी है कि अगर बहुत से लोग सड़कों पर इकट्ठा होते हैं तो रिले को निलंबित भी किया जा सकता है, या रिले के रूट के कुछ रास्तों में फेरबदल हो सकता है। इस रिले में मास्क अनिवार्य होंगे और दर्शकों को शोर मचाने की बजाय ताली बजाने का आग्रह किया जाएगा।
 
ओलंपिक की लौ 2020 में ग्रीस से जापान पहुंची थी, इसे देश भर में प्रदर्शित किया गया था,टोक्यो के जापान ओलंपिक संग्रहालय में इसका स्वागत करने के लिए हजारों लोगों की भीड़ मौजूद थी। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ओलंपिक मशालों का इंधन हाइड्रोजन होगा जिसके जलने से कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन नहीं होगा।
 
मार्च 2011 में भूकंप, सुनामी और परमाणु आपदा से तबाह हुए क्षेत्र को फिर से संगठित करने में जापान ने जो उपलब्धि हासिल की है, उसे उजागर करने के लिए 'होप लाइट्स अवर वे' (उम्मीद हमारे मार्ग को प्रकाशित करे)  कैंपेन के तहत फुकुशिमा में रिले शुरू हुई। 1.2 किलोग्राम की इस मशाल को बनाने में रिसाकल की हुई एल्यूमीनियम का उपयोग किया गया है।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

दूसरा वनडे: सूर्यकुमार के डेब्यू पर सबकी नजर, इन खिलाड़ियों को भी मिल सकता है मौका