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दुनिया के सबसे बड़े 'खेलकुंभ' पर 'Corona attack', अब 2021 में होंगे टोक्यो ओलम्पिक

दुनिया के सबसे बड़े 'खेलकुंभ' पर 'Corona attack', अब 2021 में होंगे टोक्यो ओलम्पिक
, मंगलवार, 24 मार्च 2020 (19:11 IST)
टोक्यो। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस (Corona virus) के खतरे को देखते हुए और इन खेलों को स्थगित करने के वैश्विक दबाव के चलते जापान ने इस साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक को अब 2021 में कराने का फैसला किया है।
 
टोक्यो ओलम्पिक का आयोजन इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होना था लेकिन कोरोना वायरस के पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने से उत्पन्न खतरे को देखते हुए जापान ने इन खेलों को स्थगित करने का फैसला किया है और इसे 2021 में कराया जाएगा।
 
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाक के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल करने के बाद संवाददाताओं के समक्ष यह घोषणा की। आबे की इस घोषणा से दुनिया भर के खिलाड़ियों में राहत की लहर दौड़ गई है। शिंजो ने कल ही संकेत दिया था कि इन खेलों को स्थगित किया जा सकता है जबकि बाक ने कहा था कि इन खेलों को स्थगित करने के बारे फैसला अगले चार सप्ताह में लिया जाएगा।
 
विश्व के 185 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब तक इस खतरनाक वायरस से 16,462 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 3,75,643 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।
 
कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को टोक्यो ओलम्पिक से हटने की घोषणा की थी जबकि अमेरिकी ओलम्पिक समिति ने मांग की थी कि टोक्यो ओलम्पिक को स्थगित किया जाए। टोक्यो ओलंपिक का आयोजन 24 जुलाई से 9 अगस्त तक और टोक्यो पैरालम्पिक का आयोजन 25 अगस्त 6 सितंबर तक होना था। कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने साफ़ तौर पर कहा था कि इन खेलों को 2021 में कराया जाए तभी वे इसमें हिस्सा ले पाएंगे।
 
आबे ने कहा कि वह और आईओसी के अध्यक्ष बाक इन खेलों को एक वर्ष तक स्थगित करने के लिए सहमत हो गए हैं। टोक्यो ने इन खेलों के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली थीं जब कोरोना ने दुनिया में अपने पांव पसारने शुरू किये थे। 
 
जापान और आईओसी पिछले कुछ महीने से लगातार कह रहे थे कि इन खेलों का आयोजन अपने निर्धारित समय 24 जुलाई से शुरू होगा लेकिन कोरोना के बढ़ते खतरे के साथ जापान और आईओसी पर भी यह दबाव बढ़ने लगा कि इन खेलों को स्थगित किया जाए। टोक्यो ओलम्पिक के घरेलू प्रायोजन पर तीन अरब डॉलर खर्च किये गए हैं जबकि 12 अरब डॉलर इसकी तैयारियों पर खर्च हुए हैं।
 
ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने कल इन खेलों से हटते हुए कहा था कि यदि टोक्यो ओलंपिक का आयोजन अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होता है तो वे अपने खिलाड़ी इन खेलों में नहीं भेजेंगे। कनाडा ने ओलंपिक को एक साल के लिए स्थगित करने की मांग की थी।
 
कनाडा ने कहा था कि हम ओलंपिक खेलों को एक साल के लिए स्थगित करने की मांग करते हैं। अगर ओलंपिक को स्थगित किया जाता है तो हम उनका पूरा समर्थन करेंगे। हमारे लिए एथलीटों और विश्व समुदाय के स्वास्थ्य और सुरक्षा के अलावा कुछ महत्वपूर्ण नहीं है।
 
ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक समिति (AOC) ने कहा था कि उसने अपने खिलाड़ियों से कहा है कि वे 2021 में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए तैयारी करें। एओसी ने कहा था, मौजूदा हालात में हमारे खिलाड़ियों के लिए घर में एक जगह इकट्ठा होना या फिर विदेश जाना बहुत मुश्किल होगा। हमारे लिए खिलाड़ियों और उनके आस-पास के लोगों का स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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