- पुणे से अभिजीत देशमुख
पुणे। श्री शिव छत्रपति बालेवाड़ी टेनिस स्टेडियम में मंगलवार को भारतीय दर्शकों को 'कभी खुशी, कभी गम' का अहसास हुआ। कोर्ट के दोनों तरफ भारतीय टेनिस सितारे थे...एकल में युकी भांबरी ने स्थानीय टेनिस स्टार अर्जुन कढ़े को 6-3 6-4 से शिकस्त दी, जबकि युगल में रोहन बोपन्ना और जीवन नेडुचेज़ियायन की जोड़ी ने लिएंडर पेस-पूरव राजा की जोड़ी को आसान मुकाबले में धूल चटाई।
पिछली बार युकी जब बालेवाड़ी टेनिस स्टेडियम में खेले थे, तब उन्होंने भारतीय खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन को हराया था। मंगलवार के दिन भी कहानी कुछ ऐसी ही थी, सिर्फ प्रतिद्वंद्वी अलग था। पुणे के अर्जुन कढ़े को एकल ड्रॉ में वाइल्ड कार्ड प्रवेश प्राप्त हुआ था और एटीपी 250 प्रतियोगिता में अपनी पहली छाप छोड़ने में कढ़े लगभग कामयाब भी हुए। पुणे शहर में तनाव होने के बावजूद दर्शकों ने काफी संख्या में श्री शिव छत्रपति बालेवाड़ी टेनिस स्टेडियम में आकर अच्छे टेनिस का लुत्फ उठाया।
युकी मैच में पसंदीदा थे और उन्होंने अपनी ख्याति के अनुरूप ही शानदार टेनिस का प्रदर्शन किया। युकी ने तीसरे ही गेम में कढ़े की सर्विस तोड़कर बढ़त बना ली थी। कढ़े 200 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से सर्व कर रहे थे और 4 'ऐस' भी लगाए, लेकिन उन्होंने 4 डबल फॉल्ट्स भी किए, जिसका खामियाजा उन्हें हार के रूप में भुगतना पड़ा।
कढ़े युकी की गति से सामना नहीं कर सके और सिर्फ 35 मिनट में ही पहला सेट 6-3 से हार गए। दूसरे सेट में कढ़े ने कुछ दृढ़ता दिखाई और सेट 4-4 से बराबरी की, लेकिन तभी युकी ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए कढ़े को सहज गलतियां करने पर मजबूर कर दिया। कढ़े गलतियां करते गए और अपनी सर्विस बचा नहीं पाए।
युकी ने दूसरा सेट 6-4 से अपने नाम करते हुए यह मुकाबला 6-3, 6-4 से जीत लिया। युकी अब फ्रांस के 8वीं वरीयता प्राप्त पिएर हर्बर्ट से दूसरे दौर में भिड़ेंगे। टूर्नामेंट के दूसरे एकल मैच में नीदरलैंड के तीसरे वरीयता प्राप्त रॉबिन हास ने स्लोवेनियाई ब्लाज़ कावसिक को 7-6, 7-5 से हराया।
सेंटर कोर्ट पर मंगलवार की रात का आखिरी मुकाबला गत वर्ष के डबल्स चैंपियन रोहन बोपन्ना और जीवन नेडुचेज़ियायन विरुद्ध लिएंडर पेस और पूरव राजा के बीच हुआ।
लिएंडर पेस, भारत के सबसे कामयाब टेनिस खिलाड़ी रह चुके हैं और इस बार पूरव राजा जो भारत के युगल में उभरते सितारे हैं, उनके साथ 'टाटा ओपन' खेलने का निर्णय लिया। बोपन्ना और जीवन ने पहले से आक्रामता दिखाई और पूरव के सर्वे को भेदते हुए 2-1 की बढ़त बना ली।
हालांकि पेस-राजा ने बोपन्ना की सर्विस को ब्रेक करते हुए मुकाबले को 2-2 से बराबर कर दिया। जीवन काफी फुर्तीले रहे और प्रभावशाली टेनिस से दर्शकों का मन जीत लिया। कभी फोरहैंड, कभी लॉब शॉट, कभी ड्रॉप्स डालकर पेस-पूरव को परेशान किया।
बोपन्ना-जीवन ने पूरव की सर्वे को निशाना बनाया और महत्वपूर्ण ब्रेक पॉइंट पर पूरव डबल फॉल्ट कर गए और बोपन्ना-जीवन ने खेल में 4-3 की बढ़त बना ली। पहले सेट 30 मिनट से भी कम समय में 6-3 से बोपन्ना और जीवन ने अपने नाम किया।
उम्मीद थी कि यह एक रोमांचक मुकाबला होगा, लेकिन इसके उलट यह एकतरफा मुकाबला बनकर रह गया। बोपन्ना और जीवन ने केवल 26 मिनट में दूसरा सेट 6-2 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली।
रोहन बोपन्ना की प्रतिक्रिया : बोपन्ना ने मैच के बाद कहा, 'हमने दो हफ्ते बैंगलोर में इस प्रतियोगिता के लिए कड़ी तैयारी की थी। टाटा ओपन हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। हमें अपना खिताब बरकरार रखना है और हम आगे भी अच्छा खेल दिखाने की कोशिश करेंगे।'