नई दिल्ली। ओलंपिक में दो बार के पदकधारी सुशील कुमार और रियो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने दक्षिण अफ्रीका के जोहानसबर्ग में आज राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
साक्षी ने न्यूजीलैंड की तायला तुअहिने फोर्ड को महिलाओं के फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता के 62 किग्रा वर्ग के एकतरफा फाइनल मुकाबले में 13-2 से करारी शिकस्त देकर स्वर्ण पदक जीता।
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में तीन साल के बाद वापसी कर रहे सुशील ने 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में न्यूजीलैंड के आकाश खुल्लर को चित कर सोने का तमगा हासिल कर अंतरराष्ट्रीय मंच पर शानदार वापसी की।
ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेल (2014) में स्वर्ण जीतने के बाद यह उनका पहला पदक था। इस वर्ग में प्रवीण राणा ने कांस्य पदक जीत भारतीय दल को दोहरी खुशी मनाने का मौका दिया।
सुशील ने प्रतिस्पर्धी कुश्ती में नवंबर में इंदौर में हुई सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत के साथ वापसी की थी। हालांकि उन्हें लगातार तीन वॉकओवर मिलने से विवाद भी हुआ था। तब उन्हें फाइनल में वॉकओवर देने वाले राणा ने आज सेमीफाइनल में उनका सामना किया, जिसके खिलाफ सुशील 5-4 से जीतने में कामयाब रहे।
इससे पहले सुशील ने पहले बाउट में कनाडा के जसमीत सिंह फुलका को शिकस्त दी। बीजिंग ओलंपिक में कांस्य और लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले सुशील ने जीत के बाद अपने पदक को मातृभूमि और कोच के नाम किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘तीन साल बाद अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक की जीत को मैं अपने माता पिता व मेरे गुरू सतपाल जी पहलवान और मेरे आध्यात्मिक गुरू योगऋषि स्वामी रामदेव जी के चरणों में व देश के हरेक नागरिक को समर्पित करता हूँ जय हिन्द।’ (भाषा)