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थाईलैंड के खिलाफ जीत मेरे करियर का सर्वश्रेष्ठ मैच : छेत्री

थाईलैंड के खिलाफ जीत मेरे करियर का सर्वश्रेष्ठ मैच : छेत्री
, सोमवार, 7 जनवरी 2019 (21:20 IST)
नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने सोमवार को कहा कि टीम की एएफसी एशिया कप में पांच से ज्यादा दशक में मिली जीत उनके शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर का सर्वश्रेष्ठ मैच था जिसमें उन्होंने सुपरस्टार लियोनल मेस्सी को पछाड़ दिया था।
 
 
भारत ने रविवार को ग्रुप के शुरुआती मैच में थाईलैंड को 4-1 से पस्त किया जिसमें छेत्री ने दो गोल दागे। टीम ने 1964 के बाद एशिया कप में पहली जीत दर्ज की। 
 
छेत्री ने अबुधाबी से ग्रुप ए मैच के बारे में पूछने पर कहा, ‘यह (थाईलैंड) मैच शिखर पर रहेगा। मैं भाग्यशाली हूं कि अपने देश के लिए अच्छे मैच खेल रहा हूं, लेकिन यह मैच इन सबमें शीर्ष पर रहेगा। यह उन मैचों में शामिल है जिसमें टीम सचमुच अच्छा खेली।’ 
 
इस दौरान वह 105 मैचों में 67 गोल से सक्रिय खिलाड़ियों में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे नंबर पर पहुंच गए। उन्होंने  अर्जेंटीना के सुपरस्टार मेस्सी को पीछे छोड़ा जिन्होंने 128 मैचों में 65 गोल किए हैं। पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के 154 मैचों में 85 गोल से शीर्ष पर हैं। 
 
वर्ष 2005 में भारत के लिए पदार्पण करने वाले छेत्री ने कहा कि उनकी टीम ने थाईलैंड के खिलाफ इतने बड़े अंतर से जीत करने की उम्मीद नहीं की थी। 
उन्होंने कहा, ‘हमें अच्छे प्रदर्शन का भरोसा था लेकिन ईमानदारी से कहूं तो हमने नहीं सोचा था कि यह 4-1 होगा। थाईलैंड की टीम काफी अच्छी है, तकनीकी तौर पर काफी बेहतर है। हमने किसी ने भी नहीं सोचा था कि हमें 4-1 से जीत मिलेगी लेकिन हमें अच्छे प्रदर्शन का भरोसा था।’ 
 
छेत्री ने कहा, ‘मैं प्रदर्शन से काफी खुश हूं और यह हमारे लिये अच्छी शुरुआत है। मुझे लगता है कि टीम की एकजुटता, टीम की आपसी समझ और जज्बे ने इस जीत में अहम भूमिका अदा की।’ 
 
यह पूछने पर कि पहले हाफ के बाद मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन और खिलाड़ियों के बीच में क्या बातचीत हुई जिससे टीम ने दूसरे हाफ में बेहतरीन खेल  दिखाया। छेत्री ने कहा, ‘हमने यह सुनिश्चित किया कि हम उन्हें उनका नैसर्गिक खेल नहीं खेलने देंगे। पहले हाफ में, उन्होंने गेंद पर कब्जा बनाए रखा और वे काफी मजबूत थे। हम जानते थे कि यह उनका मजबूत पक्ष है।’ 
 
उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमें उन पर दबाव डालना था और उनका नैसर्गिक खेल नहीं खेलने देना था। हमने ऐसा ही किया। संदेश झिंगन और अनस इदाथोडिका ने काफी साहस दिखाया और हमें कहा कि आगे जाओ। यह आसान काम नहीं है, लेकिन यह उन कारणों में एक रहा जिसने हमें जीत दर्ज करने में मदद की।’ 
 
दिल्ली का यह स्ट्राइकर इस एशिया कप में पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया (107) के भारत की ओर से सर्वाधिक मैच खेलने के रिकॉर्ड को भी अपने नाम कर लेगा। (भाषा) 

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