लॉस एंजिल्स/पेरिस। फ्रांस का शहर पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों जबकि इस रेस में उसके प्रतिद्वंद्वी अमेरिकी शहर लॉस एंजिल्स को इसके अगले 2028 ओलंपिक खेलों के लिए मेजबान बनना लगभग तय हो गया है। सितंबर में पेरू में आईओसी की बैठक में इस पर अंतिम मुहर लग सकती है।
पेरिस और लॉस एंजिल्स दोनों ही शहर 2024 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पहले रेस में शामिल थे क्योंकि अन्य देशों ने ओलंपिक मेजबानी से अपने नाम वापस ले लिए थे। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने पुष्टि की है कि अमेरिका ने 2028 ओलंपिक की मेजबानी के लिए आधिकारिक रूप से अपनी सहमति जताई है ऐसे में यह लगभग सुनिश्चित हो गया है कि 2024 ओलंपिक खेल पेरिस शहर में आयोजित होंगे।
आईओसी के अध्यक्ष थामस बाक ने कहा, आईओसी लॉस एंजिल्स ओलंपिक और पैरालंपिक कैंडिडेचर कमेटी के निर्णय का स्वागत करती है। इस निर्णय पर सितंबर में पेरू में आईओसी की आधिकारिक बैठक के बाद अंतिम मुहर लगाई जाएगी। इसके बाद लॉस एंजिल्स, पेरिस और लंदन दुनिया के तीन ऐसे देश बन जाएंगे, जिन्होंने तीन बार शीतकालीन या ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी की है।
अमेरिका ने आखिरी बार 1996 में अटलांटा में ओलंपिक खेलों की मजबानी की थी, जबकि इससे पहले वर्ष 1904 में उसने पहले ओलंपियाड तृतीय की सेंट लुईस मिसौरी में मेजबानी की थी। लॉस एंजिल्स के मेयर एरिक गार्सेती ने सबअर्बन कार्सन में कहा, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि ओलंपिक खेलों की अमेरिका में वापसी होने जा रही है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपनी ओलंपिक समिति को इस खबर पर आधिकारिक रूप से बधाई दी है। उन्होंने कहा मुझे इस बात का भरोसा है कि लॉस एंजेलिस में ए खेल ओलंपिक और अमेरिकावासियों की भावनाओं को प्रदर्शित करेंगे और हम इन खेलों की मेजबानी करने को लेकर उत्साहित हैं।
अमेरिका ने अभी तक पांच बार ग्रीष्मकालीन और चार बार शीतकालीन खेलों यानि कुल नौ बार ओलंपिक खेलों का आयोजन किया है, वहीं फ्रांस में छह बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी की जा चुकी है। आईओसी के इस कदम के बाद हालांकि फ्रांस में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चुनौती खड़ी कर दी है।
वहीं अमेरिका में 33 वर्ष पहले ओलंपिक हुए थे और अब देश को इन खेलों के लिए खुद को तैयार करने से पहले अपने सार्वजनिक परिवहन प्रणाली से लेकर आधारभूत ढांचे को बदलना होगा। लॉस एंजिल्स अमेरिका का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है जो अपने ट्रैफिक समस्या के कारण काफी बदनाम भी है।
वहीं संभावना जताई जा रही है कि आईओसी को यहां खेलों के लिए आवास व्यवस्था सुधारने के लिए रियो डी जेनेरो से कई गुना अधिक खर्चा करना होगा। वहीं पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों की भी फिलहाल आधिकारिक घोषणा किया जाना अभी बाकी है। (वार्ता)