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मनोज और थापा बने चैंपियन, देवेंद्रो स्वर्ण से चूके

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मंगलवार, 13 दिसंबर 2016 (21:07 IST)
गुवाहाटी। घरेलू पसंदीदा खिलाड़ी शिवा थापा (60 किग्रा) ने अपार घरेलू समर्थन और दो बार के ओलंपियन मनोज कुमार (69 किग्रा) ने अपने अपने नए वजन वर्गों में जबरदस्त आगाज करते हुए पहली राष्ट्रीय एलीट सीनियर पुरुष चैंपियनशिप में स्वर्ण पदकों पर कब्जा जमा लिया लेकिन मणिपुर के लेशराम देवेंद्रो उलटफेर का शिकार होकर स्वर्ण से चूक गए।         
          
8 से 13 दिसंबर तक चली पहली राष्ट्रीय पुरूष चैंपियनशिप यहां मंगलवार को गुवाहाटी के सरूसजई इंडोर स्टेडियम में सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। चार वर्ष बाद अस्तित्व में आए भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा कराई गई पहली पुरूष राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 300 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
         
दिन का सबसे बड़ा मुकाबला असम के 23 वर्षीय थापा और हरियाणा के अंकुश के बीच रहा। बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह और ओलंपिक पदक विजेता एमसी मैरीकॉम भी इन खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने पहुंचे। ओलंपियन थापा ने अपार घरेलू समर्थन के बीच हरियाणा के अंकुश को 5-0 से पीट दिया। पहले राउंड से ही आक्रामक दिखे थापा ने अपने विपक्षी खिलाड़ी पर शुरू से ही पंचों की बरसात कर दी और उन्हें दो बार रिंग में गिराया। अंकुश हर राउंड में बेअसर दिखे। 
                    
मैच के बाद थापा ने कहा मैं किसी योद्धा की तरह खेला और इसलिए मैं जीता। यह रोमांचक मैच था और इसके लिए जीत का श्रेय मेरे कोच, फिजिशियन और सपोर्ट स्टाफ को जाता है। गौरतलब है कि शिवा क्वार्टर फाइनल मैच में बुरी तरह घायल हो गए थे। दो बार के ओलंपियन मनोज ने अपने नए वजन वर्ग में बेहतरीन आगाज करते हुए सेना के दुर्योधन सिंह को  4-1 से हराया। मनोज का मुकाबला बेहद कड़ा रहा और वह आखिरी राउंड में ही वापसी कर सके। उन्होंने जीत के बाद कहा मेरा मुकाबला कड़ा रहा लेकिन मैंने अच्छी वापसी की और नए वर्ग में पहली ही चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतकर मेरा मनोबल बढ़ा है।
           
मणिपुर के लेशराम देवेंद्रो को बड़े उलटफेर का शिकार होना पड़ा। यह दिलचस्प है कि ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता मुक्केबाज को पहली बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप खेल रहे 20 वर्षीय दीपक सिंह ने हराया, जो अभी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। यह दिन का सबसे बड़ा उलटफेर रहा, जिसमें देवेंद्रो को एकतरफा अंदाज में हार का सामना करना पड़ा और जजों ने सर्वसम्मति से दीपक के हक में 5-0 से अपना निर्णय सुनाया।
            
यह मुकाबला एकतरफा रहा, जिसमें दोनों ही राउंड में दीपक ने देवेंद्रो को अपने पंचों से रिंग में लगभग चित कर दिया।  देवेंद्रो को आंख के ऊपर काफी गहरी चोटें भी आईं। उन्होंने कहा यह मैच का हिस्सा है और दीपक ने मुझे कड़ी चुनौती दी। मैं केवल 80 फीसदी ही फिट हूं और इसलिए मेरा खेल प्रभावित हुआ।
            
अपने पहली ही राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पर कब्जा जमाने वाले दीपक ने कहा मुझे देवेंद्रो जैसे खिलाड़ी के खिलाफ खेलने का कोई दबाव नहीं था और मैच में उन्होंने अपना 100 फीसदी प्रदर्शन किया। मुझे पता था कि मैं देवेंद्रो को हरा सकता हूं। लाइट फ्लाईवेट 46-49 वर्ग में हुए मुकाबले में हरियाणा के अमित ने रेलवे के श्याम कुमार को 4-1 से, सेना के एमडी हुसामुद्दीन ने 56 किग्रा बेंटमवेट वर्ग में हरियाणा के अक्षय को 5-0 से, 64 किग्रा लाइट वेल्टरवेट वर्ग में सेना के मैतेई ने रेलवे के रोहित को 3-2 से हराया। 
           
75 किग्रा मिडलवेट वर्ग में सेना के जयदीप ने वेनलिमपुइया को 5-0 से हराकर खिताब जीता। 81 किग्रा लाइट हैवीवेट वर्ग में रेलवे के मनीष पवार ने मध्यप्रदेश के राहुल को 3-2 से पराजित कर स्वर्ण जीता। 91 किग्रा में मध्यप्रदेश के गौरव ने हिमाचल प्रदेश के वीरेंद्र कुमार को 5-0 से और सुपर हैवीवेट वर्ग में सेना के सतीश कुमार ने हरियाणा के प्रवीण कुमार को 5-0 से हराकर स्वर्ण जीता। (वार्ता)
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