चंडीगढ़:भारत के महान धावक मिल्खा सिंह के परिवार ने बुधवार को कहा कि उनकी हालत स्थिर है और उन्हें कोविड आईसीयू से निकालकर पीजीआईएमईआर अस्पताल की दूसरी इकाई में शिफ्ट किया गया है।इस ही के साथ फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह कोरोना वायरस के संक्रमण से भी मुक्त हो गए हैं। मिल्खा सिंह पिछले महीने कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे।
उनके परिवार के प्रवक्ता ने कहा, मिल्खा जी की हालत स्थिर है और वह कोविड आईसीयू से बाहर है लेकिन मेडिकल आईसीयू में ही हैं। इसमें लिखा, आपकी लगातार प्रार्थनाओं के लिये शुक्रिया।
पीजीआईएमईआर (स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान) सूत्रों ने कहा कि मिल्खा सिंह ठीक हैं, उनकी हालत स्थिर और वह उबर रहे हैं।
सूत्र ने कहा, उनका कोविड-19 परीक्षण नेगेटिव आया है जिसके बाद ही उन्हें कोविड आईसीयू से शिफ्ट किया गया। सूत्रों ने कहा कि संस्थान के सीनियर डॉक्टरों की मेडिकल टीम रोज उनके स्वास्थ्य की निगरानी रख रही है।
91 वर्षीय मिल्खा सिंह 1960 के रोम ओलंपिक में 47.6 सेकंड का रिकॉर्डतोड़ समय निकालने के बावजूद चौथे स्थान पर रहे थे और बेहद मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गए थे। मिल्खा को पाकिस्तान में उड़न सिख का खिताब मिला था। बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर ने मिल्खा सिंह का किरदार फिल्म भाग मिल्खा भाग में निभाया था।
मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर (85) भी पति के कोविड-19 पॉजिटिव आने के बाद संक्रमित हो गयी थी। कोविड-19 संबंधित जटिलताओं के कारण उनका रविवार को मोहाली के निजी अस्पताल में निधन हो गया।
भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम की कप्तान एवं महान धावक मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का मोहाली के एक अस्पताल में कोविड-19 संक्रमण से संबंधित जटिलताओं के कारण निधन हो गया था।
वे पिछले महीने इस बीमारी की चपेट में आई थीं। वे 85 वर्ष की थीं और उनके परिवार में पति, एक बेटा और तीन बेटियां हैं।
निर्मल के बेटे एवं अनुभवी गोल्फर जीव मिल्खासिंह और अमेरिका में चिकित्सक उनकी बेटी मोना मिल्खा सिंह अंतिम संस्कार के दौरान उपस्थित थे। माता-पिता के बीमार होने के बाद जीव और मोना दोनों क्रमश: दुबई और अमेरिका से चंडीगढ़ पहुंचे थे।