दोहा: युवा भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी श्रीजा अकुला ने दोहा में विश्व टेबल टेनिस (डब्ल्यूटीटी) कंटेंडर चैंपियनशिप में मंगलवार को अपने से ऊँची रैंकिंग की प्रतिद्वंद्वी को हरा कर स्टार भारतीय खिलाड़ी मणिका बत्रा के साथ महिला एकल क्वालीफायर के अंतिम दौर में प्रवेश कर लिया। मणिका और श्रीजा अब मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने से सिर्फ एक जीत दूर रह गयी हैं।
अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने हुए 2018 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता और स्टार भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मणिका ने रोमानिया की इरिना सिओबानु को तीसरे दौर के मुकाबले में 11-7, 15-13, 11-8 से हराया। वह अब अंतिम दौर के मुकाबले में यूक्रेन की गन्ना गैपोनोवा से भिड़ेंगी।
यह इस टूर्नामेंट में मणिका की दूसरी जीत है। इससे पहले शीर्ष भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मणिका बत्रा ने दोहा में विश्व टेबल टेनिस (डब्ल्यूटीटी) कंटेंडर चैंपियनशिप में सोमवार को दूसरे दौर के क्वालीफाइंग मैच में आसान जीत दर्ज कर 2021 सत्र का शानदार आगाज किया था। मणिका ने महिला एकल स्पर्धा में स्पेन की अपनी प्रतिद्वंद्वी सोफिया-जुआन झांग के खिलाफ 12-10, 14-12, 11-8 से जीत दर्ज की थी।
विश्व की नंबर 150 की खिलाड़ी हैदराबाद की श्रीजा पिछले राउंड में विश्व की नंबर 74 की खिलाड़ी चिली की वेगा पॉलिना को हराया था और तीसरे दौर के मुकाबले में उन्होंने 87वीं रैंकिंग की खिलाड़ी थाईलैंड की ओरवान परनांग को 11-5, 11-5, 11-6 से हराया। वह अब अंतिम दौर में रूस की मारिया तैलाकोवा से भिड़ेंगी। तैलाकोवा भारत की अर्चना कामथ पर 14-12, 11-8, 11-8 से जीत के साथ अंतिम दौर में पहुंची हैं।
मिश्रित युगल क्वालीफायर के अंतिम दौर के मैचों में जी सत्यन और सुतीर्था मुखर्जी की भारतीय जोड़ी ने प्यूर्टो रिको के डैनियल गोंजालेज और मेलानी डियाज की जोड़ी पर 11-5, 11-7, 11-5 से जीत के बाद मुख्य ड्रॉ में अपनी जगह पक्की की, हालांकि अचंत शरत कमल और मणिका बत्रा की एक अन्य भारतीय जोड़ी शुरुआती गेम की बढ़त का फायदा उठाने में नाकाम रही और वह रूस के एलेक्जेंडर शिबाएव और पोलीना मिखाइलोवा से 11-9, 11-13, 11-13, 3-11 से हार गई। इसके अलावा हरमीत देसाई को पुरुष एकल वर्ग के तीसरे दौर के मैच में रूस के एलेक्जेंडर शिबाएव के खिलाफ 11-9, 11-7, 9-11, 8-11, 2-11 से हार का सामना करना पड़ा। पहले दो गेम में हावी होने के बावजूद देसाई अपनी लय को कायम नहीं रख पाए और उन्हें हार का सामना करना पड़ा।(वार्ता)