कोलकाता। कप्तान महेश भूपति ने बुधवार को स्पष्ट किया कि भारत को इटली के खिलाफ डेविस कप क्वालीफायर में अनुभवी लिएंडर पेस की कमी नहीं खलेगी। डेविस कप के इतिहास में 43 जीत के साथ सबसे सफल युगल खिलाड़ी पेस को पिछले साल अप्रैल में चीन के खिलाफ भारत की 3-2 से जीत के बाद टीम में नहीं चुना गया।
भूपति से पूछा गया कि क्या साउथ क्लब के अनुकूल कोर्ट पर पेस की अनुपस्थिति का भारत को नुकसान होगा, उन्होंने कहा, नहीं। ऐसा नहीं है। भूपति को हालांकि खुशी है कि भारत के पास एकल में दाएं हाथ से खेलने वाले रामकुमार रामनाथन और बाएं हाथ के खिलाड़ी प्रजनेश गुणेवश्वरन हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व में 102वें नंबर के प्रजनेश की मौजूदगी से उनके पास शानदार संयोजन बन गया है। भूपति ने डेविस कप क्वालीफायर के ड्रा की पूर्व संध्या पर कहा, प्रजनेश की सर्विस दमदार है, उनका फोरहैंड शानदार है और वे बाएं हाथ से खेलते हैं। मेरा मानना है कि टीम में इस तरह की विविधता किसी भी कप्तान का सपना होता है।
बाएं हाथ से खेलने वाले प्रजनेश की मौजूदगी की तुलना भूपति ने क्रिकेट में सलामी जोड़ी के संयोजन से की। उन्होंने कहा, क्रिकेट में दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों की सलामी जोड़ी को प्राथमिकता दी जाती है तथा पहले दिन मैं दाएं और बाएं हाथ से खेलने वाले खिलाड़ियों के साथ उतरने वाला हूं।
भूपति ने कहा, और मेरे लिए यह भी बड़ा बोनस है कि प्रजनेश अब विश्व में शीर्ष 100 में शामिल होने के करीब है। इसलिए निश्चित तौर पर वे आत्मविश्वास से भरे होंगे। भूपति ने कहा कि भारत के प्रजनेश, रामनाथन और अस्वस्थ चल रहे युकी भांबरी इस साल के आखिर तक शीर्ष 100 में जगह बना सकते हैं।
उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो ये सभी 65 से 70 के बीच की रैंकिंग पर हो सकते हैं। हम सभी जानते हैं कि युकी स्वस्थ रहते हैं तो उनमें यहां तक पहुंचने की कूवत है।