ओलंपिक खिलाड़ियों की तरह ही पैरालंपिक खिलाड़ियों का भी प्रधानमंत्री मोदी ने स्वागत करने के लिए गुरूवार को अपने आवास पर मेजबानी की थी। इसका वीडियो प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया गया है।
करीब 2 मिनट के वीडियो में प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी टीम, सहायक स्टाफ जापान में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाकर के आए हैं। सिर्फ मेडल लेकर आए हैं ऐसा नहीं है। आपका कंडक्ट और सारी चीजों का एक सकारात्मक प्रभाव पड़ा। क्योंकि जब आप विदेश जाते हैं तो आप भारत के ब्रांड एंबेसेडर होते हैं। लोग भारत को नहीं आपको देखते हैं।
मोदी ने आगे कहा कि आपने तो पूरे देश का माहौल बदल दिया। आपको लगता होगा कि मैदान में मैंने एक को हराया ऐसा नहीं है। आपने तो हारी हुई मानसिकता को हरा दिया। यह बहुत बड़ी बात है। मैं मानता हूं हमें जीतना भी है और हार को हराना भी है।
मोदी ने महिला खिलाड़ियों से कहा कि महिलाएं तो हर क्षेत्र में अच्छा कर रही हैं बस उनको अवसर मिलना चाहिए।प्रधानमंत्री ने पूरे दल के साथ सुस्पष्ट या बेबाक और अनौपचारिक संवाद किया।
प्रधानमंत्री ने इन खेलों में उनके रिकॉर्ड तोड़ ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी अनूठी उपलब्धियों से देश भर में समस्त खेल समुदाय का मनोबल काफी ऊंचा होगाऔर नवोदित खिलाड़ी विभिन्न खेलों में पूरे जज्बे के साथ भाग लेने हेतु आगे आने के लिए प्रोत्साहित होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके अद्भुत प्रदर्शन से देश भर में खेलों के बारे में जागरूकता कई गुना बढ़ गई है।
दूसरे देश के खिलाड़ी अचंभित होते हैं कि भारतीय प्रधानमंत्री खिलाड़ियों से रूबरू होते हैं
इस वीडियो में खिलाड़ियों ने भी प्रधानमंत्री से बातें साझा की। एक पैरालंपियन ने कहा कि दूसरे देश के खिलाड़ी तो इस ही बात से हैरत में पड़ जाते हैं कि आपके देश के खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति निजी तौर पर मिलते हैं।
यही नहीं एक पैरालंपियन ने सवाल पूछा कि देश का प्रतिनिधित्व करने में खिलाड़ी नर्वस हो जाते हैं तो अंतरराष्ट्रीय मंच पर आपका कैसे इन स्थितियों से निबटते हैं।
अंत में एक महिला पैरा खिलाड़ी ने कहा कि उनके गांव में तो इस बात का जश्न है कि वह प्रधानमंत्री मोदी से मिलने जा रही है।
पैरा-एथलीटों ने निमंत्रण देने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि उनके साथ एक ही टेबल पर बैठना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। खिलाडि़यों ने उनके पूरे प्रयास में निरंतर मार्गदर्शन, प्रेरणा और समर्थन के लिए उन्हें विशेष रूप से धन्यवाद दिया, और कहा कि अन्य देशों के एथलीट आश्चर्यचकित थे जब उन्हें पता चला कि उनके भारतीय खिलाड़ी मित्रों को उनके प्रधानमंत्री से बधाई के फोन आए। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे सरकार ने उनके प्रशिक्षण की सर्वोत्तम व्यवस्था करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
कई खिलाड़ियों ने अपने हस्ताक्षर सहित खेल उपकरण प्रधानमंत्री को भेंट किए, जिससे उन्होंने अपने पदक जीते। सभी पदक विजेताओं द्वारा हस्ताक्षरित एक स्टोल भी प्रधानमंत्री को भेंट की गई। उन्होंने कहा कि खेल उपकरणों की नीलामी की जाएगी और जिसका एथलीटों ने स्वागत किया। केन्द्रीय खेल मंत्री और केन्द्रीय कानून मंत्री भी इस अवसर पर मौजूद थे।