नई दिल्ली। भारतीय टेबल टेनिस की सीनियर और जूनियर टीमों को जल्द ही पूर्णकालिक विदेशी कोच की सेवाएं मिलेगी। इस साल विभिन्न खेलों में मिली एतिहासिक सफलता को आगे बढ़ाने के लिए यह फैसला किया गया है।
भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) के महासचिव एमपी सिंह ने पीटीआई को बताया कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन के बाद सीनियर और जूनियर टीमों के लिए अलग-अलग विदेशी कोच रखने को स्वीकृति दे दी है।
जूनियर मुख्य कोच की नियुक्ति अगले महीने तक की जाएगी जबकि सीनियर कोच मासिमो कोंसटेनटिनी के विकल्प की घोषणा दिसंबर तक होगी।
एशियाई खेलों में भारत ने 60 साल में पहली बार टेबल टेनिस में पदक जीता जबकि इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में देश तीन स्वर्ण सहित आठ पदक जीतकर शीर्ष पर रहा था।
एमसी सिंह ने कहा, ‘हमारे पास सीनियर और जूनियर वर्ग के लिए दो अलग-अलग विदेशी कोच होने ही चाहिए। शरत कमल और मौउमा दास जैसे अनुभवी खिलाड़ी अब युवा नहीं होने वाले और ऐसे में हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारे विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार करना जारी रखें।’