नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल राष्ट्रीय टीम ने फरवरी 1996 के बाद अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल कर ली है और वह अंतरराष्ट्रीय फुटबाल महासंघ (फीफा) की ताज़ा जारी विश्व रैंकिंग में 96वें पायदान पर पहुंच गया है जबकि एएफसी सूची में वह 12वें स्थान पर है।
फीफा ने गुरूवार को अपनी जारी रैंकिंग में इसकी जानकारी दी। भारत की सर्वश्रेष्ठ फीफा रैंकिंग अब तक 94 रही है जो उसने फरवरी 1996 में हासिल की थी और नवंबर 1999 में वह अपनी दूसरी सर्वश्रेष्ठ 99वीं रैंकिंग पर रहा था।
भारतीय फुटबाल टीम ने पिछले दो वर्षों में फीफा रैंकिंग में जबरदस्त छलांग लगाई है और उसने अपनी स्थिति में इस दौरान 77 स्थानों का सुधार किया है। भारतीय टीम ने अपने पिछले 15 मैचों में से 13 में जीत हासिल की है और वह आठ मैचों से लगातार अपराजेय चल रहा है जिसमें भूटान के साथ उसका गैर आधिकारिक मैच भी शामिल है।
स्टीफन कोंस्टैंटाइन के दूसरी बार फरवरी 2015 में राष्ट्रीय कोच का पद संभालने के समय भारत 171वें पायदान पर था लेकिन मार्च 2015 में उसकी रैंकिंग में और गिरावट आई और वह 173वें स्थान पर खिसक गया। लेकिन इसके बाद भारत ने लगातार ऊंचाई की तरफ कदम बढ़ाया है।
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुये कहा" भारतीय टीम पर विश्वास रखने का यह नतीजा है। दो वर्ष पहले हम 173वें नंबर पर थे लेकिन अब हम अपनी दूसरी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर पहुंच गये हैं। हम इसके लिये भारतीय फुटबालरों और कोच तथा स्टाफ को बधाई देना चाहते हैं।
एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा कि सितंबर में मकाऊ के खिलाफ क्वालिफाइंग मैच से पूर्व यह हमारे लिये मनोबल बढ़ाने वाली बात है। हमारी टीम को इसके लिये बधाई। एएफसी कप के लिये क्वालीफाई करना ही हमारी बड़ी प्राथमिकता है।
भारतीय फुटबाल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले कोच कोंस्टेनटाइन ने कहा 'जब मैंने टीम का कोच पद संभाला था तब हमारा लक्ष्य रैंकिंग में 100 के नीचे जाना था और हम अपने उस स्तर तक पहुंचने में कामयाब रहे हैं। मैं अपने खिलाड़ियों और एआईएफएफ के सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे मदद की।'
उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा फीफा रैंकिंग का यह मतलब नहीं है कि हमने काफी कुछ हासिल कर लिया है। एएफसी एशियन कप 2019 का क्वालिफिकेशन अब टीम के लिये सबसे अहम है और यही प्राथमिकता है। भारत आठ वर्षों में दूसरी बार एएफसी कप में हिस्सा लेने उतरेगा। आखिरी बार दोहा 2011 में भारत ने एशियन कप में हिस्सा लिया था। (वार्ता)