पेरिस। अलेक्जेंडर ज्वेरेव फ्रेंच ओपन में लाल बजरी के बादशाह राफेल नडाल के लिए बड़ा खतरा बनकर उभरे हैं और उनकी नजरें 81 साल बाद जर्मनी के लिए रोलां गैरो पर पहला पुरुष एकल खिताब जीतने पर लगी हैं।
इक्कीस बरस के ज्वेरेव इटालियन ओपन फाइनल में भले ही नडाल से हार गए हों, लेकिन पहला सेट 6-1 से हारने के बाद जिस तरह से उन्होंने वापसी की, वह काबिलेतारीफ है। यह उदीयमान खिलाड़ी किसी ग्रैंडस्लैम के क्वार्टर फाइनल तक नहीं पहुंचा है, लेकिन मैड्रिड में दूसरा मास्टर्स खिताब जीतने के बाद उन्हें दूसरी वरीयता मिली है।
उनका लगातार 13 जीत का सिलसिला 10 बार के फ्रेंच ओपन चैंपियन नडाल ने तोड़ा, लेकिन ज्वेरेव फिर वही लय हासिल करना चाहेंगे। उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर राफा वहां प्रबल दावेदार होंगे। मैं ड्रॉ के दूसरे हॉफ में हूं, जो कि अच्छी बात है। मैं मास्टर्स फाइनल में उन्हें हराने के करीब पहुंचा था और इसी से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। (वार्ता)