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सिंहस्थ मेला : प्रमुख स्नान और विशेष तैयारियां

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भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में पवित्र क्षिप्रा नदी के तट पर लगने वाले सिंहस्थ मेला 2016 की तैयारियां मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से जोरों से चल रही है। 
प्रदेश के धार्मिक एवं धर्मस्व विभाग के सूत्रों ने हर 12 साल के अंतराल पर होने वाले कुंभ सिंहस्थ मेला 2016 को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में बताया कि सिंहस्थ के मास्टर प्लान में आधारभूत संरचनाओं को विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है।
 
इस बार सिंहस्थ का आयोजन 22 अप्रैल से 21 मई 2016 तक किया जा रहा है। इस बार के सिंहस्थ संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी।
शाही स्नान : सिंहस्थ का प्रथम स्नान 22 अप्रैल को होगा। शाही स्नान 21 मई, अन्य स्नान 9, 11, 17, 19 मई को होंगे। सवा सात किलोमीटर के नए-पुराने घाटों में होगा स्नान। दो पवित्र नदी क्षिप्रा-नर्मदा के मिलन का साक्षी बनेगा सिंहस्थ।

विश्व के लगभग 100 देश से श्रद्धालुओं के आने की संभावना के चलते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कोई 5 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है। इस बार स्विस टैंटों में आगन्तुकों के लिए 5 सितारा व्यवस्था होगी।
 
आयोजन : पूरे माह होंगे सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन। अप्रैल में ही पेशवाई होगी। एक से छह मई तक पंचक्रोशी यात्रा का आयोजन होगा। जगह जगह धार्मिक प्रवचन और सत्संग का आयोजन किया जाएगा।
 
सुरक्षा : 23 हजार पुलिस बल तथा प्रशासनिक व्यवस्थाओं में 80 हजार की तैनाती होगी। इसमें 60 हजार वॉलेंटियर्स शामिल।
व्यवस्था : सिंहस्थ व्यवस्थाओं-निर्माण के लिए 773 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। सिंहस्थ के लिए 4000 हेक्टेयर क्षेत्र प्रस्तावित। जमीन अधिग्रहण अगले अप्रैल से शुरू होगा। किसानों को दो फसल का मुआवजा मिलेगा।
 
खान नदी डायवर्ट होगी, नहीं मिलेगा प्रदूषित जल क्षिप्रा में। उज्जैन में आवागमन के विस्तार के लिए बाहरी रिंग रोड, आंतरिक रिंग रोड की चौकस व्यवस्था। उज्जैन में 146 किलोमीटर शहरी रोड़ की मरम्मत तथा निर्माण कार्य किया गया है। सिंहस्थ क्षेत्र में 100 किलोमीटर अस्थायी सड़कें बनाई गई है। (वेबदुनिया)
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