उज्जैन। उज्जैन सिंहस्थ महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान भले ही 9 मई को तड़के शुरू हो जाएगा लेकिन आसमान से आफत की बारिश के बावजूद लाखों श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नजर नहीं आ रही है। रविवार को समाचार लिखे जाने तक उज्जैन में भारी बारिश की खबर है। मोटे अनुमान के अनुसार, महाकाल की नगरी में देर रात तक 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए हैं और हजारों लोग रास्ते में हैं। शाही स्नान को निर्विघ्न सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था में लगे हजारों सुरक्षाकर्मियों के लिए चुनौती बन गई है।
शनिवार को जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का काफिला एक जाम में फंस गया तो एसपी स्तर के अधिकारी को सस्पैंड कर दिया गया। असल में कारों से उज्जैन पहुंचने वाले श्रद्धालु अपने वाहन व्यवस्थित तरीके से पार्किंग में खड़े नहीं करते हैं। चूंकि मेला क्षेत्र कच्चे स्थान पर बना है, लिहाजा वाहनों के फंसने से भी जाम लगते देर नहीं लगती। इस पर बारिश होने पर कीचड़ हो जाता है। रविवार की रात भी उज्जैन पर इन्द्रदेवता की कृपा रही और जमकर पानी बरसा।
चूंकि सिंहस्थ का दूसरा शाही स्नान सोमवार को होने जा रहा है, लिहाजा इंदौर से भी हजारों श्रद्धालुअपने-अपने वाहनों से सुबह ही निकल गए। जिन श्रद्धालुओं ने रात में जाने का कार्यक्रम बनाया था, उस पर काले आसमान ने पानी फेर दिया। रात साढ़े नौ बजे से इंदौर के साथ ही आसपास के इलाकों में जोरदार बारिश हुई।
जो श्रद्धालु अभी भी उज्जैन जाने का कार्यक्रम बना रहे हैं, उनकी जानकारी के लिए बताना जरूरी है कि रास्ते में कई जगह वाहनों के फंसने से जाम की स्थिति बन रही है। चूंकि महाकाल की नगरी में पहले से ही 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं पहुंच चुके है, ऐसे में उन्हें अपने विवेक का उपयोग करना चाहिए। इंदौर से जाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे पहले अपने उज्जैन के संपर्क सूत्रों से वहां का हाल जान लें, उसके बाद ही वहां जाने का निर्णय लें। वैसे भी मौसम विभाग 11 मई तक पानी के बरसने की भविष्यवाणी कर चुका है। (वेबदुनिया न्यूज)