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सावन माह की शिवरात्रि पर जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त, मंदिर जा रहे हैं तो करें नोट

कावड़ यात्री नोट कर लें शिवरात्रि पर शिवलिंग पर जल चढ़ाने का शुभ समय

सावन माह की शिवरात्रि पर जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त, मंदिर जा रहे हैं तो करें नोट

WD Feature Desk

, गुरुवार, 1 अगस्त 2024 (18:18 IST)
Sawan month 2024: सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि का महापर्व मनाया जाता है। श्रावण माह की शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 शुक्रवार को रहेगी। इस दिन भद्रा स्वर्ग में ही वास करेंगी। यह भद्रावास योग 2 अगस्त की दोपहर 3 बजकर 26 मिनट पर शुरू हो रहा है और इस योग का समापन 3 अगस्त की देर रात 3 बजकर 35 मिनट पर हो जाएगा। भद्रा के स्वर्ग और पाताल में रहने पर पृथ्वी पर रहने वाले समस्त जीवों का कल्याण होता है। सुबह 10:59 से 3 अगस्त प्रातः: 05:44 तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।ALSO READ: Sawan Shivratri 2024: सावन शिवरात्रि पर बन रहा है बेहद दुर्लभ योग, पूजा का मिलेगा तुरंत फल
 
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ- 02 अगस्त 2024 को दोपहर 03:26 बजे से प्रारंभ।
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 03 अगस्त 2024 को दोपहर 03:50 बजे बजे समाप्त।
चूंकि शिवरात्रि की पूजा का महत्व रात में और खासकर निशीथ काल में रहता है इसलिए यह 2 अगस्त 2024 शुक्रवार को रहेगी।
 
1. पहला मुहूर्त : 2 अगस्त को सुबह 04 बजकर 26 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 14 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा।ALSO READ: Sawan Shivratri 2024: सावन शिवरात्रि की 10 बेहतरीन शुभकामना संदेश
 
2. दूसरा मुहूर्त : सुबह 09 बजकर 02 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक अमृत काल रहेगा। 
 
3. तीसरा मुहूर्त : दोपहर 12:00 बजे से 12 बजकर 54 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। 
 
कैसे चढ़ाएं जल?
  • सबसे पहले शिवजी के समक्ष दीपक जलाएं।
  • इसके बाद शिवलिंग पर एक धारा में जल अर्पित करें।
  • इसके बाद नागदेव पर जल अर्पित करें
  • इसके बाद शिवलिंग के आसपास मां पार्वती जो जल अर्पित करें, जिसे हस्त कमल कहते हैं।
  • इसके बाद जहां से जल का निकास हो रहा है उसके मध्य में अशोक सुंदरी को जल अर्पित करें।
  • जलाधारी के अंत में दाएं और गणेश और बाएं और कार्तिकेय जी को जल अर्पित करें।
  • इसके बाद इस क्रम में बेलपत्र, चंदन, फूल आदि अर्पित करें और इस तरह पूजा करें।
  • अंत में नैवेद्य आदि अर्पित करके आरती करें।ALSO READ: Sawan shivratri 2024: सावन मास की शिवरात्रि 2 या 3 अगस्त को, जानें सही दिनांक, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

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