मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार लगातार दूसरे दिन गिरावट का सिलसिला कायम रहा और बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 413 अंक टूटकर 60,000 अंक से नीचे आ गया। वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका के बीच सूचना प्रौद्योगिकी और दवा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। निफ्टी में भी गिरावट रही।
2 अंक तक गया। हालांकि शुरुआती बढ़त गंवाने के बाद यह 412.96 अंक या 0.68 प्रतिशत लुढ़ककर 59,934.01 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 126.35 अंक यानी 0.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,877.40 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, ऐक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ मारुति, पॉवरग्रिड, एनटीपीसी, एचडीएफसी, भारती एयरटेल, लार्सन एंड टुब्रो और भारतीय स्टेट बैंक लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुआ जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे, वहीं अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को मजबूती के साथ बंद हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि आईटी और फार्मा शेयरों में बिकवाली से वैश्विक बाजारों की सकारात्मक प्रवृत्ति को दरकिनार करते हुए घरेलू बाजारों ने अपने शुरुआती लाभ को गंवा दिया, वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप ने बेहतर प्रदर्शन किया। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.04 प्रतिशत गिरकर 94.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 1,397.51 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।(भाषा)