मन और चित्त में अंतर है। चित्त में एक लाख जन्मों की स्मृतियां संग्रहित रहती है। चित्त कभी न नष्ट होने वाली हार्ड डिस्क की तरह होता है। वर्तमान जन्म से पहले का जन्म सबसे ज्यादा स्पष्ट होता है, क्योंकि उस जन्म में मरकर ही हम इस जन्म में आए हैं। ताजा मामला जरा ज्यादा स्पष्ट होता है। अब सवाल यह उठता है कि यह कैसे संभव होता है कि हमारे पिछले जन्म के हमें संकेत मिलते रहते हैं? यह संकेत समझने वाला ही उस पर गौर करता है और अभ्यास से वह वहां पहुंच जाता है जहां वह पिछले जन्म में रहता था। हालांकि इसके लिए जैन और हिन्दू धर्म में जाति स्मरण का एक प्रयोग बताया जाता है।
1.घटनाए देती है संकेत : आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ ऐसी घटनाएं घटित रहती हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि आपका कोई पिछला जन्म भी था। अर्थात आपका जन्म इस जीवन से पहले भी हुआ था। आपको उसकी धुंधली-धुंधली याद रहती है। आपको बस थोड़ा गौर करने की जरूरत है। यदि आप पिछले जन्म में बुरी घटनाओं के दौरा से गुजरे हैं तो इस जन्म में आपका स्वभाव किसी होनी-अनहोनी की आशंका से ग्रस्त रहेगा। यह भी कि आपकी पिछले जन्म में मौत स्वाभाविक नहीं हुई है तो निश्चित ही आप किसी अजीब और अनजानी घटना के भय से हमेशा ग्रस्त रहेंगे।
हालांकि डरना एक साधारण और स्वाभाविक बात होती है। लेकिन जब आप बेवजह की चीजों जैसे, कोई निश्चित रंग, संख्या, स्वाद, वस्त्र, गंध, स्थान से भी डरने लगते हैं, जिनसे एक आम इंसान को नहीं डरना चाहिए या उसका भय नहीं सताना चाहिए, तो यह साधारण बात नहीं होती है। इसके अलावा अगर आपको अंधेरे, ऊंचाई या पानी से डर लगता है और किसी खास तरह के कपड़े या टोपी को पसंद या नापसंद करते हैं, तो यह पिछले जन्म का संकेत ही है। किसी-किसी में यह डर इस कदर हावी रहता है कि उसका जीना मुश्किल हो जाता है। हालांकि मनोवैज्ञानिक इसे फोबिया कह सकते हैं लेकिन यह आपके अवचेतन मन में कैसे समाया यह सोचने वाली बात है। आपके साथ जरूर ऐसा कुछ घटा है तभी तो आप उक्त बातों से डरते हैं।
2.जाने पहचाने से स्थान : आप किसी शहर, गली, गांव या कस्से से गुजर रहे हो और अचानक से आपको लगे कि मैं यहां पहले भी आया हूं या इस जगह में कुछ तो है जो मुझे आकर्षित कर रही है। हो सकता है कि आप इस स्थान पर अपने इस जन्म में पहली बार गए हों लेकिन वो आपको कुछ जाना-पहचाना सा लगने लगता है। कई बार सपनों में भी ऐसी जगहें दिखाई देती है लेकिन हम उस पर गौर नहीं करते।
3.जाने पहचाने से चेहरे : अधिकतर लोगों को कुछ अनजाने से लोगों को देखकर लगता है कि मैंने इसे कहीं देखा है। कहां? यह याद नहीं। हालांकि आप उस व्यक्ति से पहली बार ही मिले हो। यह भी हो सकता है कि किसी पिछले जन्म के व्यक्ति से मिलता-जुलता कोई चेहरा हो, जिसे आप देख रहे हो। जरा दिमाग पर जोर देने की जरूरत है और आप उस व्यक्ति के चेहरे को अच्छे से देखकर, उससे मिलकर और उससे बात करके खुश हो सकते हैं। हो सकता है कि कोई ऐसा चेहरा हो जो आपने पिछले जन्म में देखा हो या जो आपका बहुत करीबी हो।
4.पहली बार मिलकर अजीब-सी फीलिंग : आप किसी व्यक्ति से पहली बार मिले हैं लेकिन मिलते ही आपके मन में अजीब सी खुशी और सिरहन होती है। आप गहराई से उसे अचानक ही पसंद करने लगते हैं। यह भी हो सकता है कि कोई ऐसा व्यक्ति दिखाई दे जिसे देखकर ही आपके मन में घृणा उत्पन्न हो। हो सकता है उस व्यक्ति का आपके पिछले जन्म से कोई संबंध हो। भले ही उन लोगों से आपका वर्तमान में किसी भी प्रकार का संबंध न हो लेकिन आपको उनके भीतर से सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा जैसा आभास होता है।
5.किसी सपने का बार-बार आना : अक्सर कुछ ऐसे सपने होते हैं जो आपके पिछले जन्म से जुड़े होते हैं। हो सकता है कि आप किसी गली में किसी के साथ घुम रहे हों या कोई घर आपको बार-बार दिखाई देता हो। अक्सर आप उस घर की छत पर या आंगन में खुद को पाते हों। कभी-कभी ऐसे सपने डरावने भी हो सकते हैं।
आपने देखा होगा कि आपको उस घर या गली के सपने ज्यादा आते हैं जहां आपने बचपन बिताया है। इसी तरह आपने अपने पिछले जन्म में भी कई घरों में अपना जीवन बिताया है। उन घरों की स्मृतियां आपके अंदर हमेशा मौजूद रहेगी। वे स्मृतियां समय-समय पर जाग्रत होती रहती है। यह आपको पिछले जन्म से जोड़ने की एक कड़ी है। आप इस पर गौर करेंगे तो निश्चित ही अपने सपनों में अपने पिछले जन्म के घर को स्पष्ट रूप से देख पाएंगे। हो सकता है कि आप किसी बोर्ड पर उस शहर का नाम भी देख या पढ़ लें जहां आप पिछले जन्म में रहते थे। कभी कभी अचानक ही ऐसे सपने स्पष्ट रूप से आते हैं लेकिन अधिकतर लोग इस पर ध्यान नहीं देते और सुबह उठते ही सपने भूल जाते हैं या वे उस सपने के बारे में अच्छे से सोच नहीं पाते हैं।
6.पिछले जन्म की अनूठी स्मृतियां : अक्सर पिछले जन्म की यादें आपका पिछा करती रहती है। कभी-कभी यह लगता है कि वर्तमान में आप जिन घटनाओं का सामने कर रहे हैं वे पहले भी इसी तरह से घट चुकी है। जीवन एक चक्र है। कभी-कभी हमारे साथ एक ही तरह की घटनाएं बार-बार घटती रहती है। निश्चित ही इसमें समय और स्थान के अलावा पिछले जन्म का भी योगदान रहता होगा।
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि इस जन्म में आपके साथ असल में ऐसी कोई घटना नहीं घटी है जिसकी यादें आपके दिमाग में मौजूद है। आप उसी तरह की घटना किसी ओर के साथ जब घटते हुए देखते हैं तो आपको अजीब-सी अनुभूति होने लगती है। आप उस घटना से जुड़ जाते हैं। कभी-कभी किसी बच्चों को ऐसी घटनाएं याद आ जाती है जो उसके पिछले जन्में घटी है। वह उसका वर्णन करने लगता है लेकिन हम समझते हैं कि यह उल्लू बना रहा है। आजकल बहुत कार्टून देखने लगा है। दरअसल, ये स्थिति बच्चों के साथ अक्सर होती है, जब वे कुछ ऐसा बोलने लगते हैं या याद करने लगते हैं, जिसका संबंध उनके पिछले जन्म से होता है।