Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Russia-Ukraine War: बम-गोलों और बारूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने में सालों लगेंगे, पश्चिमी देशों की लेनी होगी मदद

Russia-Ukraine War: बम-गोलों और बारूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने में सालों लगेंगे, पश्चिमी देशों की लेनी होगी मदद
, शनिवार, 19 मार्च 2022 (16:49 IST)
कीव। यूक्रेन के गृहमंत्री डेनिस मोनास्तिरिस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूसी बलों द्वारा देश में बरसाए गए उन बम-गोले और बरूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने में सालों लगेंगे, जो फट नहीं पाए हैं।
 
घिर चुके कीव में 'एसोसिएटेड प्रेस' से बातचीत में मोनास्तिरिस्की ने कहा कि युद्ध खत्म होने के बाद इस भारी-भरकम काम को अंजाम देने के लिए यूक्रेन को पश्चिमी देशों की मदद की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर बड़ी संख्या में बम-गोले बरसाए गए हैं। इनमें से कई में विस्फोट नहीं हो सका था। मलबे के नीचे दबे ऐसे हथियार एक वास्तविक खतरा हैं। इन्हें निष्क्रिय करने में महीनों नहीं, वर्षों लगेंगे।

 
मोनास्तिरिस्की के मुताबिक बिना फटे रूसी विस्फोटकों के अलावा ऐसी बारूदी सुरंगें भी खतरे का सबब हैं, जिन्हें यूक्रेनी बलों ने पुलों, हवाई अड्डों और अन्य अहम बुनियादी ढांचों को रूसी नियंत्रण से बचाने के लिए बिछाया है।
 
उन्होंने कहा कि हम अकेले दम पर उस पूरे क्षेत्र में बिछी बारूदी सुरंगों को हटाने में सक्षम नहीं होंगे, इसलिए मैंने अमेरिका और यूरोपीय संघ के अपने सहयोगियों व अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से युद्ध प्रभावित इलाकों में ऐसे विस्फोटकों को निष्क्रिय करने के लिए विशेषज्ञों का समूह तैयार करने की अपील की है।

 
मोनास्तिरिस्की के अनुसार रूसी बलों द्वारा लगातार जारी हमलों से लगी आग से निपटना भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने बताया कि रूसी गोलीबारी और उससे लगी आग पर काबू पाने के लिए कर्म4ियों और संसाधनों की भारी कमी है।
 
रूस ने ल्वीव में निकासी गलियारों को निशाना बनाया : रूसी बलों ने शुक्रवार को यूक्रेन के पश्चिमी शहर ल्वीव के बाहरी इलाकों में स्थित उन गलियारों को निशाना बनाया, जिनका इस्तेमाल नागरिक युद्धग्रस्त शहर से बाहर निकलने और एजेंसियां वहां मदद पहुंचाने के लिए कर रही हैं। यूक्रेनी अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
मॉस्को रैली में पुतिन ने रूसी बलों की तारीफ की : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार को राजधानी मॉस्को में आयोजित एक भव्य राष्ट्रवादी रैली में शामिल हुए और इस दौरान उन्होंने रूसी बलों की जमकर तारीफ की। रूसी अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

 
मारियुपोल के थिएटर में बचाव कार्य जारी : यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूसी हमले के शिकार थिएटर में लोगों को बचाने का कार्य शुक्रवार को भी जारी रहा। अधिकारियों ने थिएटर से 130 लोगों को सुरक्षित निकाले जाने की जानकारी दी जबकि सैकड़ों अन्य अब भी लापता हैं।
 
यूएन में रूस के उप-राजदूत ने ट्विटर अकाउंट बंद होने का दावा किया : संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में रूस के पहले उपराजदूत दमित्री पोलयंस्की ने शुक्रवार को दावा किया कि ट्विटर ने मारियुपोल के एक प्रसूती अस्पताल पर हुए हमले से जुड़े ट्वीट को लेकर उन पर 'उत्पीड़न और अत्या4' का आरोप लगाते हुए उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया है।
 
यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद मुखातिब पोलयंस्की ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय है। इससे स्पष्ट है कि ट्विटर प्रेस की आजादी और सूचनाओं के मुक्त प्रवाह को कितनी अहमियत देता है। ट्विटर पर पोलयंस्की के 22 हजार से अधिक फॉलोअर थे। उन्होंने 7 मार्च को ट्वीट किया था कि चरमपंथियों ने अस्पताल को सैन्य अड्डे में तब्दील कर दिया था और यूएन का बिना प्रमाणन के दुष्प्रचार फैलाना चिंताजनक है।
 
मैक्रों ने पुतिन से मारियुपोल की घेराबंदी हटाने की मांग की : फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर लगभग 70 मिनट तक हुई बातचीत में मारियुपोल की घेराबंदी हटाने, वहां मानवीय मदद पहुंचाने की अनुमति देने और तत्काल संघर्ष-विराम लागू करने का आदेश जारी करने की मांग की। मैक्रों के कार्यालय ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। इससे पहले, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने भी पुतिन से फोन पर बातचीत कर मारियुपोल में तत्काल संघर्ष-विराम घोषित करने की अपील की थी।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

पंजाब की मान सरकार का बड़ा फैसला, 1 महीने में निकाली जाएंगी 25000 नौकरियां