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इस्लाम के 6 बड़े पवित्र स्थलों में से एक को क्यों कब्जाए रखना चाहता है इजरायल?

इस्लाम के 6 बड़े पवित्र स्थलों में से एक को क्यों कब्जाए रखना चाहता है इजरायल?

अनिरुद्ध जोशी

, गुरुवार, 12 अक्टूबर 2023 (18:34 IST)
israel palestine conflict: इस्लाम का सबसे बड़ा पवित्र स्थल है काबा, दूसरा है अल मदीना, तीसरा है अल अक्सा मस्जिद, चौथा है कर्बला, पांचवां है, चेरामन पेरुमल मस्जिद और छठा है ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती दरगाह। उसमें से तीसरा सबसे पवित्र स्थल अल अक्सा मस्जिद जो इजरायल के जेरूसलम में स्थित है। अल-अक्सा मस्जिद को लेकर मुस्लिम देशों से इजराइल की 100 साल से भी ज्यादा समय से लड़ाई चल रही है। आखिर क्या है इसकी कहानी?
 
अल अक्सा मस्जिद (यरूशलेम, इसराइल):- इसराइल की राजधानी यरुशलम में स्थित अल अक्सा मस्जिद को 'अलहरम अलशरीफ' के नाम से भी जाना जाता है। मुसलमान इसे तीसरा सबसे पवित्र स्थल मानते हैं। उनका विश्वास है कि यहीं से हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जन्नत की तरफ गए थे और अल्लाह का आदेश लेकर पृथ्वी पर लौटे थे। यहीं से पैगंबर साहब मेराज के लिए गए थे।
 
यरूशलेम या जेरूशल है झगड़े की जड़:-
  • यह प्राचीन शहर यहूदियों की भूमि है, जहां पर ईशदूत मूसा ने अपने उपदेश दिए थे।
  • यहूदियों की मान्यता है येरुशलम में उनका टेंपल माउंट है। यानी वो जगह जहां उनके ईश्वर ने मिट्टी रखी थी। जिससे आदम का जन्म हुआ था। 
  • यहूदियों की मान्यता है कि ये वही जगह है, जहां अब्राहम से खुदा ने कुर्बानी मांगी थी।
  • हजरत मूसा ईजिप्ट से जाकर अपने कबीलों के साथ यरुशलम में बस गए थे, क्योंकि यही उनका प्राचीन शहर था।इसी शहर में अब्राहम के बेटे आइजैक और उनके बेटे जैकब और जैकब के बेटे यहूदा ने अपना वंश चलाया था।
  • यरूशलेम अब इस्लाम, ईसाई और यहूदी धर्म तीनों के लिए ही पवित्र भूमि हैं।
  • बाइबल के न्यू टेस्टामेंट के अनुसार इसी शहर में ईसा मसीह ने अपना उपदेश दिया था। 
  • यहीं यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था और फिर यहीं वो अवतरित भी हुए थे।
  • इसी शहर से हजरत मुहम्मद जन्नत को गए थे।
  • यहूदियों के पवित्र राजा दाऊद और सुलेमान के बाद इस स्थान पर रोमन, बेबीलोनिया तथा ईरानियों का कब्जा रहा।
  • फिर इस्लाम के उदय के बाद बहुत काल तक मुसलमानों ने यहां पर राज्य किया। इस दौरान यहूदियों को इस क्षेत्र से कई दफे खदेड़ दिया गया। 
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यरूशलेम का पवित्र स्थान
  • यरूशलेम में एक ऐसा स्थान है जिस पर तीनों ही धर्म अपना दावा करते हैं।
  • दरअसल, यहूदियों के सम्राट सोलोमन में यहां 1000 ईसा पूर्व 2 पवित्र मंदिर बनाए थे।
  • इस मंदिर को 'टेंपल ऑफ माउंट' नाम से जाना जाता है।
  • इस पुराने मंदिर की अब सिर्फ एक दीवार बची है जिसे 'वेस्ट वॉल' कहा जाता है।
  • कहते हैं कि 937 ईपू बना यह सिनेगॉग इतना विशाल था कि इसे देखने में पूरा एक दिन लगता था, लेकिन लड़ाइयों ने इसे ध्वस्त कर दिया।
  • वेस्ट वॉल यहूदियों के लिए सबसे पवित्र जगह है। बाकी की जगह पर ईसाई और मुसलमानों के पवित्र स्थल निर्मित हो गए हैं।
  • यरूशलम शहर के बीच में प्राचीन शहर है जिसे 'ओल्ड सिटी' के नाम से जानते हैं। 
  • यहीं पर अल अक्सा मस्जिद, वेस्ट वॉल, पवित्र परिसर के अलावा ईसाइयों का 'द चर्च ऑफ द होली सेपल्कर' है। 
  • ऐसे में, ये तीनों ही धर्म इस स्थान और संपूर्ण शहर यरुशलम पर अपना-अपना दावा करते हैं।
  • यहूदियों के लिए सबसे पवित्र स्थल टेंपल माउंट और मुसलमानों के लिए अल-अक्सा मस्जिद और 'डोम ऑफ द रॉक' एक ही परिसर में स्थित है।
  • हालांकि टेंपल माउंट के अवशेष के रूप में अब यहां सिर्फ एक दीवार बची है जिसे 'वेस्ट वॉल' कहते हैं।
  • फिलिस्तीन को 2 हिस्सों में बांटे जाने के बाद एक बना इजरायल और दूसरा फिलिस्तीन यही से यरूशलेम पर कब्जे को लेकर युद्ध और संघर्ष की शुरुआत हुई।
  • संपूर्ण यरुशलम कर कब्जे के लिए इजरायल को कई युद्ध लड़ना पड़े जिसमें 2 युद्ध सबसे बड़े थे। पहली 1967 में और दूसरी 1973 में।
  • इजरायल के यहूदियों के संपूर्ण धरती पर एक मात्र उनका पवित्र स्थल है यरूशलेम जहां पर उनके धर्म के कई पवित्र स्थल है। 
  • यदि यहूदी इस स्थल को छोड़ देते हैं या इस शहर वे हार जाते हैं तो फिर उनके पास कुछ नहीं बचेगा।

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