Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Year Ender: अयोध्या से महाकाल कॉरिडोर तक साल 2022 की सुर्खियां बनी ये 10 जगह

Year Ender: अयोध्या से महाकाल कॉरिडोर तक साल 2022 की सुर्खियां बनी ये 10 जगह
, मंगलवार, 6 दिसंबर 2022 (04:53 IST)
Year Ender 2022 top religion place: वर्ष 2022 बहुत ही हलचल वाला वर्ष रहा है। देश और दुनिया में जहां हिन्दू सनातन धर्म के प्राचार प्रसार बढ़ा है वहीं दुनियाभर के धर्म भी रेशनल थिंकर्स के निशाने पर आ गए हैं। इस बीच दुनियाभर के कुछ ऐसे धार्मिक स्थान रहे हैं जिन्होंने पूरे विश्‍व का ध्यान अपनी ओर‍ खिंचा है। आओ जानते हैं देश दुनिया के 10 ऐसे स्थान जो वर्षभर रहे सुखियों में।
 
1. अयोध्या : यह स्थान तो हर साल चर्चा में रहता है। इस वर्ष सरयू नदी के तट पर 15 लाख 76 हजार दीये जलाकर पहले का रिकार्ड तोड़ा गया और साथ ही बनने वाला भव्य राम मंदिर की नींव बनकर तैयार हो गई है। यहां विश्व प्रसिद्ध रामलीला का भी आयोजन हुआ जिसमें यूक्रेन, रशिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मलेशिया के कलाकारों ने भाग लिया।
 
2. ज्ञानवापी : काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन तो पिछले साल ही हो गया था लेकिन इस साल इसी क्षेत्र में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बहुत बवाल हुआ था। हिन्दू दावे के अनुसार यहां पर शिवलिंग पाया गया। कुछ महिलाओं ने यहां पर श्रृंगार गौरी की पूजा करने की कोर्ट से अनुमति भी मांगी थी। कोर्ट ने इस केस को सुनवाई योग्य माना। ज्ञानवापी पर विवाद अभी जारी है।
 
3. महाकाल कॉरिडोर : 11 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में 12 ज्योतिर्लिंगों में से स्थित महाकाल मंदिर के भव्य कॉरिडोर का उद्घाटन किया। अपनी भव्यता को लेकर यह पूरी दुनिया में चर्चा में है। 856 करोड़ रुपए की लागत से बने माहाकाल लोक को देखने के लिए अब लोग देश और दुनिया से आ रहे हैं।
 
4. केदारनाथ : बाढ़ के बाद केदारनाथ का जीर्णोंद्धार किया गया था। वहां आसपास कई तरह के विकास कार्यों के साथ ही केदारनाथ तक पहुंचने के सुगम रास्ते बनाए गए। इसी के चलते इस सार रिकार्ड तोड़ 15 लाख यात्री केदारनाथ धाम पहुंचे। हेलिकॉप्टर सुविधा भी पुन: शुरु की गई है। केदारनाथ-बद्रीनाथ यात्रा और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट समेत 3400 करोड़ की योजनाओं पर कार्य शुरु। बद्रीनाथ और केदारनाथ में पुनर्निमाण का कार्य तेजी से चल रहा है।
webdunia
5. मायापुर इस्कॉन मंदिर : विश्व का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में स्थित मायापुर में खुल गया है तो लगभग 1000 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा है। इसे विश्‍व का सबसे बड़ा मंदिर भी कहा जा रहा है। इसका परिसर ही 700 एकड़ में फैला है। साल 2024 में इस मंदिर का निर्माण पूरा होने की संभावना है।
 
6. दुबई स्थित मंदिर : दुबई में हाल ही में हिन्दू और सिख समुदाय के लिए एक भव्य मंदिर का उद्घाटन हुआ है जो वर्ष 2022 में खासा चर्चा में रहा।  पांच अक्टूबर 2022 को इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया। यहां पर सिख और हिन्दू दोनों ही समुदायों की मूर्तियां विराजमान हैं। 
 
7. अमेरिका स्थित मंदिर : अमेरिका में यूं तो बहुत से हिन्दू मंदिर है लेकिन वर्ष 2022 में नॉर्थ कैरोलिना में श्री वेंकटेश्वर मंदिर के एक नए 87 फीट के टावर का उद्घाटन किया गया। उत्तरी कैरोलिना के गवर्नर राय कूपर ने सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति में इसका उद्घाटन किया। श्री वेंकटेश्वर मंदिर को उत्तरी अमेरिका का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर माना जाता है।
 
8. बागेश्वर धाम : पूरे वर्ष सोशल मीडिया सहित सभी ओर पूरी दुनिया में जबलपुर के पास स्थित बागेश्वर धाम के बलाजी महाराज का मंदिर चर्चा में रहा है। यह स्थान मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। इस धाम में रामभक्त हनुमान जी अपने श्री बागेश्वर बालाजी महाराज के स्वरुप में वास करते हैं। इसी तरह गोरबी स्थल पर नरेंद्र मोदी ने हनुमानजी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण किया था जिसके चलते यह खबर खूब चर्चा में रही। 
 
9 हागिया सोफिया मस्जिद : तुर्की की हागिया सोफिया मस्जिद पूरे वर्ष विवादों में रही, यह पहले कभी चर्च हुआ करती थी फिर बाद में इसे मस्जिद में बदल दिया गया, फिर म्यूजियम में बदल दिया गया। जुलाई 2020 में, तुर्की के एक हाईकोर्ट ने 1934 के उस फैसले को रद्द कर दिया था, जिसने इसे संग्रहालय में बदल दिया गया था. इस फैसले के बाद इसे फिर से मस्जिद में बदल दिया गया। इस फैसले ने दुनिया भर में ईसाइयों को नाराज कर दिया था।
 
10. गीजा चर्च : मिस्र के गीजा स्थित चर्च में आग लगने के बाद भगदड़ से 41 लोगों की मौत हो गई थी। प्रार्थना में करीब 5 हजार लोग जुटे हुए थे। मरने वालों में बच्चे ज्यादा है।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

अजमल के बयान पर हिमंत सरमा का पलटवार, बोले- मां के गर्भ को खेत की तरह नहीं देखा जा सकता