हिन्दू देवता भगवान भैरवनाथ के यूं तो देश में हजारों मंदिर है लेकिन यहां प्रस्तुत है खास सात मंदिर जहां जाने से मिट जाता है हर तरह का संताप और होता है चमत्कार।
1.काशी के कोतवाल : उत्तर प्रदेश में काशी नगरी को मोक्षदायनी नगरी कहा जाता है। यहां साक्षात भगवान विश्वनाथ विराजमान है जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कहते हैं कि इस नगरी की रक्षा भैरवनाथ करते हैं। उन्हें काशी का कोतवाल भी कहा जाता है। काशी का काल भैरव मंदिर सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर से भैरव मंदिर कोई डेढ़-दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
2.काल भैरव मंदिर : मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित काल भैरव का मंदिर चमत्कारिक है। यहां भैरवनाथ की मूर्ति साक्षात है जो मदिरापान करती है। कालभैरव का यह मंदिर लगभग छह हजार साल पुराना माना जाता है।
3.गोलू देवता : नैनीताल के समीप घोड़ा खाड़ का बटुक भैरव मंदिर भी अत्यंत प्रसिद्ध है। यहां गोलू देवता के नाम से भैरव की प्रसिद्धि है। इसके अलावा शक्तिपीठों और उपपीठों के पास स्थित भैरव मंदिरों का महत्व माना गया है।
4.बटुक भैरव नई दिल्ली : नई दिल्ली के विनय मार्ग पर नेहरू पार्क में बटुक भैरव का पांडवकालीन मंदिर अत्यंत प्रसिद्ध है।
5.सुरों के राजा बटुक भैरव : लखनऊ शहर के व्यस्ततम क्षेत्र केसरबाग में बटुक भैरव का सैकड़ों वर्ष पुराना मंदिर है। इन्हें सुरों का राजा कहा जाता है। यहां हमेश नृत्य और गान चलता रहती है। इसलिए यहां मांगी जाने वाली मन्नत भी कला, संगीत और साधना से जुड़ी होती है।
6..बाजनामठ भैरव मंदिर, जबलपुर : मध्य प्रदेश के जबलपुर में भी एक प्रसिद्ध भैरव मंदिर है। यह प्राचीन मंदिर प्रसिद्ध गोंड राजा और संग्राम शाह के शासनकाल में बनाया गया था। तांत्रिक परंपरा में बने इस काल के भैरव मंदिर एक झील के पास एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है।
7.आनंद भैरव मंदिर हरिद्वार : हरिद्वार में आनंद भैरव मंदिर की सुप्रसिद्धि है। हरिद्वार को मायापुरी भी कहते हैं। मायापुरी की अधिष्ठात्री देवी भगवती माया मंदिर के निकट ही आनंद भैरव मंदिर स्थित है।
8.पाताल भैरव मंदिर : उत्तर प्रदेश के मथुरा, महाराष्ट्र के नागपुर, झारखंड के काका धाम देवघर और मध्यप्रदेश के उज्जैन में पाताल भैरव नामक प्रसिद्ध मंदिर है जो कि बहुत ही प्राचीन बताए जाते हैं।