Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

चरण स्पर्श के शुभ संस्कार का राज

चरण स्पर्श के शुभ संस्कार का राज
पैर के अंगूठे द्वारा विशेष शक्ति का संचार होता है। मनुष्य के पांव के अंगूठे में विद्युत संप्रेषणीय शक्ति होती है। यही कारण है कि अपने वृद्धजनों के नम्रतापूर्वक चरण स्पर्श करने से जो आशीर्वाद मिलता है, उससे व्यक्ति की उन्नति के रास्ते खुलते जाते हैं।
 
कहते हैं, जो फल कपिला नामक गाय के दान से प्राप्त होता है और जो कार्तिक व ज्येष्ठ मासों में पुष्कर स्नान, दान, पुण्य आदि से मिलता है, वह पुण्य फल ब्राह्मण वर के पाद प्रक्षालन एवं चरण वंदन से प्राप्त होता है।
 
हिन्दू संस्कारों में विवाह के समय कन्या के माता-पिता द्वारा इसी भाव से वर का पाद प्रक्षालन किया जाता है। पैर के अंगूठे द्वारा भी शक्ति का संचार होता है। मनुष्य के पांव के अंगूठे में विद्युत संप्रेक्षणीय शक्ति होती है। यही कारण है कि वृद्धजनों के चरण स्पर्श करने से जो आशीर्वाद मिलता है उससे अविद्यारूपी अंधकार नष्ट होता है और व्यक्ति उन्नति करता है।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

गुरु पूर्णिमा विशेष : गुरु वही जो राम मिलावे