Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

ईश्वर में सबसे ज्यादा विश्वास करने वाले 9 देश, क्या भारत का नंबर भी है इसमें?

Webdunia
शुक्रवार, 25 अगस्त 2023 (17:51 IST)
Faith in god: आधुनिककता, वैज्ञानिकता और धर्म की कट्टरपंथी सोच के चलते दुनिया में नास्तिकता का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन फिर भी भगवान, गॉड या ईश्वर में आस्था रखने वालों की संख्या कम नहीं है। यदि हम देश की बात करें तो भारत इस मामले में कई देशों से पीछे है। वर्ल्ड ऑफ स्टेटिटिस्टिक की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में करीब 45 प्रतिशत लोग आस्थावान है।
 
45 प्रतिशत लोग रखते हैं ईश्वर में विश्‍वास :- हाल ही में जारी की गई वर्ल्ड ऑफ स्टेटिटिस्टिक (World Of Statistics) की रिपोर्ट के अनुसार 9 देश ऐसे हैं जहां पर आस्थावान लोगों की संख्‍या ज्यादा है। दुनिया के 34 देशों में एक सर्वे किया गया है, जिसमें सामने आया है कि दुनिया के मात्र 45% लोगों का मानना है कि भगवान में विश्वास करना चाहिए। इस सर्वे में भारत, ब्राजील, तुर्की, इंडोनेशिया जैसे कई अन्य तामम देश शामिल थे। 
 
इंडोनेशिया : ईश्वर में विश्‍वास करने वाले लोगों में इंडोनेशिया के लोग सबसे आगे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस देश के 93 प्रतिशत लोग भगवान में विश्वास करते हैं। यह एक मुस्लिम देश है।
 
तुर्की : दूसरे नंबर पर मुस्लिम बहुल्य देश तुर्की का स्थान आता है। तुर्की में 91 प्रतिशत लोग भगवान में आस्‍था रखते हैं। यहां के रहन सहन और पढ़ाई भी धार्मिक तरीके से होती है जिससे लोगों का धर्म में ज्यादा विश्वास हो सके। यह भी एक मुस्लिम बाहुल्य देश है। यहां का रहन-सहन और पढ़ाई भी धार्मिक तरीकों से होती है। 
 
ब्राजील : तीसरे नंबर पर ब्राजील को रखा गया है। यहां 84 प्रतिशत लोग भगवान में आस्था रखते हैं। इस देश में सबसे ज्यादा कैथलिक ईसाई धर्म के मानने वाले लोग रहते हैं। बता दें कि यहां पर ईसा मसीह की विश्व में सबसे बड़ी प्रतिमा है।
 
दक्षिण अफ्रीका : चौथे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका का नाम आता है। यह देश ब्रिटेन का उपनिवेश देश रहा है इसलिए इस देश में ईसाई धर्म को मानने वाले सबसे ज्यादा हैं। यहां 83% लोग भगवान में विश्वास करते हैं।
 
मेक्सिको : यहा के करीब 78% लोग भगवान में विश्वास रखते हैं। यहां अधिकतर लोग ईसाई हैं और हिंसा के ममले में यह दुनियाभर में नंबर वन बना हुआ है। यहां दुनिया के सबसे खतरनाक अंतर्राष्ट्रीय और सबसे बड़े अपराधी रहते हैं।
 
अमेरिका : सर्वे में संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) छठे स्थान पर है। यहां 70 प्रतिशत लोग अपने गॉड में आस्था रखते हैं। उल्लेखनीय है कि अमेरिका में हर धर्म के मानने वाले लोग हैं, परंतु हिन्दू धर्म यहां पर तेजी से फैलने वाला धर्म बन चुका है।
 
अर्जेंटीना : सर्वे में अर्जेंटीना 7वें नंबर पर आता है। यहां मात्र 62% लोग भगवान में आस्‍था रखते हैं। अर्जेंटीना के लोग फुटबाल खेलने में दुनिया में टॉप पर हैं। यहां ईसाई लोगों की संख्या ज्यादा है। 
 
रशिया : आठवें नंबर पर रूस है। यहां के 56 प्रतिशत लोग भगवान में ईश्‍वर में आस्था रखते हैं। रूस में 'रूसी पारंपरिक क्रिश्चियनिटी' में विश्वास रखते हैं। रशिया में ईसाइयों के बाद दूसरे नंबर में मुस्लिम लोगों की संख्‍या है।
 
भारत : भारत सबसे ज्‍यादा देवी देवता और धार्मिक गतिविधियां वाला देश है परंतु सर्वे में 9वें नंबर पर इसका नाम आता है। यहां सिर्फ 56% ही लोग ईश्‍वर में विश्वास करते हैं। हालांकि भारत में ऐसे भी लोग हैं जो मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं रखते, लेकिन ईश्‍वर में आस्‍था रखते हैं। 
 
हालांकि सर्वे में क्‍या सवाल पूछे गए और इस सर्वे का आधार क्‍या था इस बात की हम पुष्‍टि नहीं करते हैं। दूसरा यह कि ईश्वर में आस्था रखने वाले टॉप नाइन में से 2 तो मुस्लिम देश हैं 6 ईसाई देश हैं और 1 हिन्दू देश है।

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dhanteras Rashifal: धनतेरस पर बन रहे 5 दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

Shopping for Diwali: दिवाली के लिए क्या क्या खरीदारी करें?

बहुत रोचक है आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति की कथा, जानिए कौन हैं भगवान धन्वंतरि?

दिवाली की रात में करें ये 7 अचूक उपाय तो हो जाएंगे मालामाल, मिलेगी माता लक्ष्मी की कृपा

Dhanteras 2024: अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक?

सभी देखें

धर्म संसार

धनतेरस पर इस समय करते हैं यम दीपम, पाप और नरक से मिलती है मुक्ति, नहीं रहता अकाल मृत्यु का भय

भाई दूज पर हिन्दी निबंध l 5 Line Essay On Bhai Dooj

दिवाली के पहले रमा एकादशी, जानें व्रत पूजा विधि एव पारण समय

बुध का वृश्‍चिक राशि में गोचर, 3 राशियों के लिए रहेगा कठिन समय

Healthcare Tips : दीपावली के दौरान अस्थमा मरीज कैसे रखें अपने स्वास्थ्य का ध्यान

આગળનો લેખ
Show comments