वर्तमान समय में समाज में तम्बाकू की लत महिलाओं में अधिक फैल रही है। नशे की लत के कारण महिलाओं को कैंसर सहित कई अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। फिर ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला मेहसाणा की एक महिला में देखने को मिला है।
एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया जिसका रंग नीला देखने को मिला। बच्चा पैदा तो हुआ लेकिन वह रो नहीं रहा था और सांस भी नहीं ले पा रहा था। सिर्फ उसका दिल धड़क रहा था। इस बच्चे की हालत देखकर डॉक्टर भी असमंजस में पड़ गए। डॉक्टरों ने बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा था।
सवाल उठा कि बच्चे का जन्म इस तरह क्यों हुआ, डॉक्टरों ने इसका कारण जानने के लिए बच्चे की मां की कई रिपोर्टें बनाईं। रिपोर्ट में पता चला कि बच्चे की मां तंबाकू की आदी थी। इसके कारण बच्चे की हालत ऐसी देखने को मिल रही है।
डॉक्टरों के मुताबिक इस बच्चे में निकोटीन की मात्रा सामान्य व्यक्ति से 20 गुना ज्यादा थी। डॉक्टरों के इलाज के बाद बच्चे की हालत सामान्य हो गई है। मीडिया खबरों के मुताबिक मेहसाणा की महिला ने शादी के बाद बच्चा नहीं होने पर आईवीएफ के जरिए बच्चे को जन्म दिया।
फिर 19 जून को उसने सामान्य रूप से दूसरे बच्चे को जन्म दिया। चूंकि बच्चा सांस नहीं ले रहा था, इसलिए उसे मेहसाणा के बाल चिकित्सा अस्पताल में कृत्रिम सांस देना शुरू करना पड़ा।
डॉक्टर ने बच्चे को वेंटीलेटर पर रखकर इलाज शुरू किया। शुरुआत में बच्चे का बर्थ अटैक्सिया का इलाज किया गया। बच्चे को शाम तक अस्पताल में रखा गया लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर उसे अहमदाबाद के अस्पताल में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया।
अहमदाबाद के एसजी एम्बुलेंस द्वारा मेहसाणा से राजमार्ग पर स्थित अर्पण नवजात शिशु केंद्र में बच्चे को स्थानांतरित किया गया। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष मेहता ने तुरंत बच्चे का इलाज शुरू कर दिया।
बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया था। जब डॉक्टरों ने मेहसाणा अस्पताल में डॉक्टर को बुलाकर बच्चे की मेडिकल हिस्ट्री जानने की कोशिश की तो कुछ पता नहीं चला, लेकिन आख़िर में मेहसाणा के डॉक्टर ने कहा कि बच्चे की मां अस्थमा की दवा ले रही थी और तम्बाकू का सेवन कर रही थी।