नई दिल्ली। प्रगति मैदान पर भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का आगाज हो चुका है। प्रतिवर्ष 14 से 27 नवंबर तक भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला का आयोजन किया जाता है। मेले में विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, अलग-अलग मंत्रालयों और कई राष्ट्रों द्वारा भाग लिया जाता है।
यह 40वा भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला आत्म-निर्भर भारत की थीम पर केन्द्रित है, जिसका प्रमुख उद्देश्य निवेश और आत्म-निर्भरता को बढ़ावा देना है।
मध्यप्रदेश भी हुआ शामिल : मध्यप्रदेश की ओर से भी हिस्सा लिया गया है। आईआईटीएफ-2021 में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप, कार्य-योजना एवं उपलब्धियों को दर्शाया गया है। इसमें विभिन्न विभागों, निगम एवं मण्डलों द्वारा अमूल्य सहयोग प्रदान किया गया है। मध्यप्रदेश मण्डप में वोकल फॉर लोकल एवं आत्म-निर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में सहभागिता की अपील की गई है।
इस बार मेले में मध्यप्रदेश मंडप का निर्माण आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की थीम पर किया गया है। मेले में व्यवसायियों के स्टाल के साथ राज्यों के पेवेलियन बनाए गए हैं। विगत दिनों मध्यप्रदेश पेवेलियन का उद्घाटन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा द्वारा किया गया था।
मंडप में प्रदेश की सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम इकाइयों, स्व-सहायता समूहों, स्टार्ट-अप कारीगरों एवं शिल्पियों के उत्पादों को दर्शाया गया है। साथ ही प्रदेश के पर्यटन, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण, कृषि एवं किसान-कल्याण, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, लघु उद्योग निगम, मृगनयनी एंपोरियम की योजनाओं और कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया है।
मंडप में "एक जिला-एक उत्पाद" के अंतर्गत प्रमुख उत्पादों में सीधी जिले का कोदो कुटकी और पंजा दरी, टीकमगढ़ के पीतल के उत्पाद, शिवपुरी की कपड़े की जैकेट, भोपाल के हस्त-कला उत्पाद, रतलामी सेंव के साथ ही मृगनयनी एंपोरियम के अनेक शिल्प और वस्त्र प्रदर्शित किए गए हैं।