उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले दिनों हुए बिकरू मुठभेड़ कांड का मास्टर माइंड विकास दुबे मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में पकड़ा गया। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि उसने खुद को मध्यप्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया। विकास की गिरफ्तारी की बाद अब लोगों में एक सवाल उठ रहा है कि आखिर उसकी गिरफ्तारी पर रखा गया इनाम किसे मिलेगा।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी पर 5 लाख का इनाम रखा था। पहले यह इनाम ढाई लाख रुपए था, लेकिन बुधवार को इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया था। विकास की गिरफ्तारी में महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन की भी अहम भूमिका रही है। अत: यह इनाम गार्ड, मंदिर प्रशासन या फिर मध्यप्रदेश पुलिस को मिलेगा, अभी यह चर्चा का विषय जरूर है।
यह कहा जा रहा है कि मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने सबसे पहले विकास दुबे की पहचान की और फिर उसकी सूचना पुलिस को को दी। मंदिर के सुरक्षाकर्मी लखन यादव ने मीडिया से चर्चा में बताया कि संदेह होने पर हमारी 8 लोगों की टीम उस पर सतत नजर रख रही थी। उसके साथ 2-3 लोग थे। हमने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद ही उसकी गिरफ्तारी हुई। वहीं, गोपाल सिंह कुशवाह नामक व्यक्ति ने कहा कि दर्शन करने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
हालांकि जिस तरह से मध्यप्रदेश सरकार पुलिस की पीठ ठोंक रही है, उससे यह भी लगता है कि यह इनाम उन पुलिसकर्मियों को भी मिल सकता है, जो विकास की गिरफ्तारी में शामिल थे। यहां हमें नरोत्तम मिश्रा के ट्वीट
पर भी नजर डालनी होगी।
मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि यूपी के मोस्ट वॉन्टेड अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी मध्यप्रदेश पुलिस की बड़ी कामयाबी है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पुलिस को हमने अलर्ट मोड पर रखा था, जैसे ही संदेह हुआ पुलिस सक्रिय हो गई। सवाल यह भी है कि यदि पुलिस अलर्ट पर थी तो विकास यूपी से मध्यप्रदेश के उज्जैन तक कैसे पहुंच गया?