लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चल रहे नगरीय निकाय चुनाव के लिए रविवार को संकल्प पत्र जारी करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जनता को हर बुनियादी जरुरतें पूरा करने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र पांडे ने 28 सूत्रीय संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा कि केन्द्र और राज्य में भाजपा की सरकार है। नगरीय निकायो में भी भाजपा के प्रतिनिधि जीतेंगे तो शहरों को विकसित करने में आसानी होगी।
उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की मौजूदगी में संकल्प पत्र जारी करने के बाद योगी ने कहा कि राज्य की पिछली सरकार ने नगरों की हालत खराब कर दी है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना सही ढंग से लागू ही नहीं की गई जबकि ग्रामीण आवास के तहत मात्र 29 हजार मकान बनवाए गए। इसके विपरीत उनकी सरकार ने मात्र छह महीने में नौ लाख 71 हजार मकान बनवा दिए। शहरी आवास योजना के तहत उनकी सरकार ने एक लाख 61 हजार मकान उपलब्ध करवा दिए। अखिलेश यादव सरकार ने पांच साल में इस योजना के तहत मात्र 7500 मकान बनवाए थे।
योगी और उनकी सरकार के लिए 'लिटमस टेस्ट' माने जा रहे नगर निकाय चुनाव में जीत के बाद संकल्प पत्र को अक्षरश: लागू करने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली, पानी, स्वच्छता जैसी जरुरती चीजों को प्राथमिकता के साथ उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अमृत योजना के तहत 61 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए चुना गया है। इसमें से 13 पर काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए केन्द्र भी मदद करेगा। उन्होंने कहा कि पहली बार 16 नगर निगमों में चुनाव हो रहे हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि जनता भाजपा को हर नगर निकाय में जिताएगी। उनका कहना था कि भाजपा हर चुनाव को परीक्षा मानकर उतरती है। इस चुनाव में तो विपक्षी मैदान छोड़कर ही भाग गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एलईडी स्ट्रीट लाइट लगवायी जायेंगी। छुट्टा पशुओं पर नियंत्रण के लिए सभी 16 नगर निगमों में गौशाला बनवायी जाएंगी और पुराने कांजीहाउस को फिर से शुरू किया जाएगा। कूड़ा प्रबंधन पर जोर दिया जाएगा और खुले में शौच हर हाल में समाप्त होगा।
इस अवसर पर पाण्डेय ने कहा कि भाजपा नगरीय निकायों के सभी चार करोड़ आठ लाख मतदाताओं को निराश नहीं करेगी। उन्होंने अखिलेश यादव सरकार में नगर विकास मंत्री रहे मो. आजम खां का नाम लिए बगैर कहा कि वह तो अपने विभाग के खिलाफ ही काम कर रहे थे। उनके कई निर्णय से नगर की जनता परेशान हुई। केन्द्रीय मदद का सदुपयोग नहीं हुआ। (वार्ता)