जोधपुर। जोधपुर की सड़कों पर झाड़ू लगाने वाली आशा कंडारा की सक्सेस स्टोरी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो जमीन से निकलकर सफलता का आसमान छूना चाहते हैं। सफाई कर्मी आशा कंडारा ने अपनी मेहनत के बल पर राजस्थान की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा पास की और आरएएस अधिकारी बन गई।
नगर निगम में काम करने के दौरान आशा अफसरों के काम करने के तरीके को अक्सर देखा करती थी और यहीं से उनके मन में भी अफसर बनने का जुनून पैदा हुआ।
2 बच्चों की मां आशा ने राजस्थान लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित आरएएस परीक्षा-2018 के परिणामों में 728वीं रैंक प्राप्त की। वे दिन में सड़कों की सफाई करती और रात में पढ़ाई करती।
1997 में आशा की शादी जोधपुर में हुई थी। 5 साल बाद भी दोनों में अलगाव हो गया। पति से अलग होने के बाद आशा ने अपने बच्चों का पालन पोषण तो किया ही साथ ही कड़ी मेहनत के बल पर सफलता के शिखर को भी छू लिया। हाल ही में उन्हें नगर निगम में सफाईकर्मी के तौर पर स्थाई नौकरी की सौगात भी मिली।